न्यूयॉर्क में पुलिस ने एक महिला को शराब के नशे में गाड़ी चलाते हुए पकड़ा. महिला की श्वास और खून के नमूने के परिक्षण से पता चला कि महिल शराब के नशे में चूर है. पुलिस ने यह जानकारी प्राप्त करने पर महिला पर कार्यवाही भी की.
महिला ने इसका विरोध किया और अपने वकील को बुला लिया. महिला का तर्क था कि उसने अपने जीवन काल में कभी भी शराब नहीं पी. वकील जोसेफ मारुसक ने बताया कि आरोप सिद्ध तो होते है पर उनके खिलाफ कोई कार्यवाही न हो.
वकील ने दलीलों में डॉक्टरों की रिपोर्ट दी जिसमे पता चला कि उन्हें ‘ऑटो-ब्रीवरी सिंड्रोम’ नाम की बीमारी है. डॉक्टरों ने बताया की महिला की यह हालत लम्बे समय तक चलने वाली है. यह प्राण घातक बीमारी है. सबूतो को देखते हुए जजो ने उन्हें बरी कर दिया और ठीक होने तक दुबारा गाड़ी चलाने को भी मना किया.