शरणार्थियों को ले जा रही एक नौका के भूमध्यसागर में डूब जाने से चार लोगों की मौत हो गई और अंदेशा है लापता लगभग 180 लोगों की भी मौत हो गई है।
‘शरणार्थियों के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठन (आईओएम) संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के कर्मियों ने लीबिया से लगे समुद्री क्षेत्र की इस नवीनतम त्रासदी के दिल दहलाने वाले ब्यौरा दिए हैं।
उन्होंने जिंदा बचाए चार यात्रियों से बातचीत करने के बाद यह बात बताई। बचाए गए यात्रियों में दो इरिट्रिया और दो इथोपिया के हैं। वह सोमवार (16 जनवरी) को रात सिसिली के जापानी बंदरगाह पहुंचे हैं। इनमें से तीन पुरुष और एक महिला हैं।
इन यात्रियों ने बताया कि वे लकड़ी की बनी दो मंजिली नौका से शुक्रवार (13 जनवरी) को लीबिया से रवाना हुए थे और नौका में 180 से ज्यादा लोग थे। ज्यादातर लोग मूल रूप से पूर्व अफ्रीका के बाशिंदे हैं। उन्होंने बताया कि पांच घंटे के सफर के बाद इंजन खराब हो गया और नौका में पानी भरने लगा।
यह धीरे-धीरे डूबने लगी। यह हादसा लीबिया के तट से करीब 30 समुद्री मील दूर हुआ। हादसे के कई घंटे बाद शनिवार (14 जनवरी) को यूरोपीय सीमा एजेंसी फ्रंटेक्स के ‘ऑपरेशन ट्रिंटन’ के हिस्से के रूप में संचालन कर रही फ्रांसीसी नौका ने बचाव अभियान छेड़ा। फ्रंटेक्स की एक अन्य नौका साइम पाइलट भी इसमें शामिल हुई।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal