लखनऊ, स्वर कोकिला भारत रत्न से सम्मानित गायिका लता मंगेशकर के रविवार को निधन पर देश बेहद मर्माहित और दुखी है। उन्होंने 92 वर्ष की आयु में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में सुबह आठ बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनके निधन पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती तथा समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने दुख जताने के साथ उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की है। केन्द्र सरकार ने दो दिन का राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सुप्रसिद्ध स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि लता मंगेशकर ने अपनी कला और प्रतिभा के बल पर पूरे विश्व में देश का गौरव बढ़ाया। वह देश की शान तथा सभी संगीत प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा थीं। उनके निधन से संगीत जगत को जो हानि हुई है उसकी भरपाई सम्भव नहीं है। राज्यपाल ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति की प्रार्थना करते हुए लता मंगेशकर के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया और कहा कि स्वर कोकिला भारत रत्न आदरणीया लता मंगेशकर का निधन अत्यंत दु:खद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है।
स्वर कोकिला, ‘भारत रत्न’ आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुःखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
प्रभु श्री रामसे प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें। ऊं शांति
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया और कहा कि अपनी सुरीली व मनमोहक आवाज से लोगों के दिल-दिमाग पर कई दशक तक राज करने वाली लता मंगेशकर के आज निधन की खबर अति-दु:खद है।
उनका निधन गीत-संगीत जगत को अपूर्णीय क्षति है। उनके परिवार व समस्त प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। कुदरत सभी को इस दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करे।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि ए मेरे वतन के लोगों, जरा याद करो स्वर-वाणी। भावभीनी श्रद्धांजलि।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित देश की शान और संगीत जगत की स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन से दुखी हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा लता जी का निधन हिंदी सिनेमा व संगीत जगत को स्तब्ध करने वाला है। उनके निधन से संगीत जगत में हुई अपूरणीय क्षति की भरपाई हो पाना कठिन है। दीक्षित ने उन्हें याद करते हुए पुण्य आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी स्वर कोकिला लता जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। चौधरी ने कहा कि भारत रत्न लता मंगेशकर ने अपने समृद्ध स्वरों से संगीत को नई ऊंचाइयां दी। भाषा के बंधन को तोड़ उनके गाए गीत विश्व के प्रत्येक हिस्से तक पहुंचे। उनका निधन सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। उनके परिवारीजन व प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा सांसद राहुल गांधी ने भी भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने शोक संदेश में कहा है कि लता मंगेशकर जी के निधन का दुखद समाचार मिला। वह कई दशक तक भारत की सबसे प्रिय आवाज बनी रहीं। उनकी सुनहरी आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संगीत की बगिया में सुरों को चुन-चुन कर सजाने वाली सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जी के निधन का दुखद समाचार मिला। उनके निधन से भारतीय कला जगत को एक अपूर्णीय क्षति हुई है। ईश्वर लता मंगेशकर जी को श्री चरणों में स्थान दें और इस दु:ख की घड़ी में परिजनों को कष्ट सहने का साहस दें।
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि सुप्रसिद्ध गायिका स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन अत्यंत दु:खद एवं संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को सद्गति एवं शोकाकुल परिजनों व प्रशंसकों को संबल प्रदान करें। ऊं शान्ति।
लता मंगेशकर के रविवार को निधन का कारण मल्टी ऑर्गेन फेलियर बताया जा रहा है। बीते 29 दिनों से वह कोरोना से जंग लड़ रही थीं। देश के कोने-कोने में लता मंगेशकर के जल्द स्वस्थ होने के लिए यज्ञ किए गए, लेकिन फिर भी स्वर कोकिला जिंदगी की जंग जीत न सकीं और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।