एक साथ 8 बच्चों की चिताएं जलीं तो शमशान घाट में चीख पुकार मच गई। मृतकों के मां बाप रो-रोकर बेसुध हुए जा रहे थे, वहीं लोगों ने बताया कि शव टुकड़ों में बिखर गए थे।
मरने वालों में विनोद मित्तल(18), खुशबीर कौर (20), शिखा बांसल (17), जसप्रीत कौर(18) व नैंसी (19) के अलावा बठिंडा फूड सप्लाई विभाग में तैनात रामपुरा फूल निवासी लवप्रीत कौर के अलावा भुच्चो मंडी के ईश्वर कुमार व गांव लेहरा खाना की मनप्रीत कौर (18)रामपुरा फूल के रहने वाले थे। रफी मोहमद (20) निवासी निवासी दयालपुरा मिर्जा की भी हादसे में मौत हुई।
सभी डीएवी और राजिंदरा कॉलेज के विद्यार्थी थे।हादसा बुधवार सुबह बठिंडा-भुच्चो रोड स्थित फ्लाईओवर धुंध के कारण हुआ। मरने वाले सभी बस का इंतजार कर रहे थे कि टिप्पर ने रौंद दिया। हादसे में 9 छात्रों की मौके पर मौत हो गई और करीब 12 लोग घायल हो गए। हादसा इतना दर्दनाक था कि शव टुकड़ों में बिखर गए और उन्हें इकट्ठा कर अस्पताल लाना पड़ा। कोई डॉक्टर बनना चाहता था, तो कोई विदेश में जाकर नौकरी करना चाहता था।
इस हादसे के कुछ देर बाद इसी रोड पर दो अन्य बसों की टक्कर से एक के बाद एक 20 वाहन भिड़ गए। धुंध की वजह से ब्रेक न लगने के कारण ये हादसा हुए। इसमें एक अध्यापिका की मौत हो गई और करीब 20 लोग जख्मी हो गए। भाईका कंपनी की प्राइवेट बस बुधवार को रामपुरा से बठिंडा आ रही थी कि इसी हाईवे पर सामने से आ रही पीआरटीसी की बस के साथ टक्कर हो गई।
हादसे के बाद प्राइवेट बस की सवारियां ड्राइवर साइड की खिड़की से नीचे उतर गईं। इनमें अधिकांश विद्यार्थी थे। सरकारी बस की सवारियां भी नीचे उतरीं। फिर वे सभी सड़क के किनारे खडे़ होकर दूसरी बस का इंतजार कर रहे थे कि दूसरी ओर से आ रहे सीमेंट से लदे टिप्पर के चालक ने हादसे को देखने के चक्कर में उन पर टिप्पर चढ़ा दिया। हादसे के बाद चालक मौके पर टिप्पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस टिप्पर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।