पटना। बिहार के पुलिस स्टेशनों में पहले से ही पुलिसकर्मियों की काफी कमी है। वहीं, करीब 150 सिपाही पटना पुलिस लाइन से फरार हैं। इनमें कुछ सिपाहियों का करीब एक वर्ष कोई अता-पता नहीं हैं। यह बड़ा खुलासा डीआइजी राजेश कुमार की जांच में हुआ है।
डीआइजी राजेश कुमार ने जांच के दौरान पाया कि पटना पुलिस लाइन से 150 के करीब सिपाही फरार हैं। ये कहां हैं, इसके बार किसी तरह की जानकारी नहीं है। कुछ सिपाही तो वर्षों से ड्यूटी पर नहीं आये हैं। जांच में हुए इस खुलासे पर डीआइजी ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है। तत्काल कार्रवाई करते हुए दो सिपाहियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया। सभी गायब पुलिसकर्मियों को नोटिस भेजा गया है।
पुलिस लाइन से लापता पुलिसकर्मियों पर डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि न केवल पटना में बल्कि राज्य के सभी जिलों में ऐसे पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है जो अपनी ड्यूटी से लंबे समय से लापता हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों को नौकरी से हटाया जाएगा। पटना में सर्वाधिक नौ हजार पुलिस कर्मी पदस्थापित हैं। इसके अलावा कई यहां प्रतिनियुक्ति पर हैं।
बता दें कि बिहार में पहले से ही पुलिस-पब्लिक अनुपात काफी खराब है। ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD) के अनुसार, बिहार में 839 लोगों पर सिर्फ एक पुलिस है। थाने में तैनात दारोगा की कमी होने के कारण अापराधिक घटनाओं का अनुसंधान समय पर नहीं हो पाता है। अतिरिक्त दबाव के कारण कई बार दारोगा केस का अनुसंधान हाथ में लेना ही नहीं चाहते हैं। जो ले भी लेते हैं, तो तय सीमा के अंदर अनुसंधान पूरा नहीं हो पाता है। केस डायरी नहीं लिखी जाती है। ऐसी स्थिति में पटना पुलिस लाइन से करीब 150 पुलिसकर्मियों के फरार होना बड़ी लापरवाही है।