बीजिंग: सॉफ्टवेयर से लेकर सिनेमा तक क्षेत्र मेंपायरेसी सबसे ज्यादा परेशानी का सबब बनती जा रही है. इंटरनेट के आने के बाद से ऐसा करना और भी आसान हो गया है. इसे ऑनलाइन पायरेसी नाम दिया गया है. इसी को देखते हुए चीन ने एक बड़ी कार्रवाई की है. चीन के कॉपीराइट निगरानी संगठन ने रविवार को कहा कि पिछले पांच सालों में कॉपीराइट उल्लंघन के मामले में कड़ी कार्रवाई करने के तहत 3,908 वेबसाइट्स को बंद कर दिया गया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राष्ट्रीय कॉपीराइट प्रशासन ने देशभर में 22,568 पायरेसी के मामलों की जांच की है और इस अवधि के दौरान 60 लाख से ज्यादा पायरेटेड प्रकाशन को हटा दिया है.पायरेसी पर चीन की कड़ी कार्रवाई, 3900 से ज्यादा वेबसाइट बंद

प्रशासन ने अन्य विभागों के सहयोग से ऑनलाइन साहित्य, संगीत, वीडियो, गेम्स, एनीमेशन व सॉफ्टवेयर के साथ ही मोबाइल एप, क्लाउड स्टोरेज और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को निशाना बनाकर लगातार 13 साल तक इस कार्रवाई को अंजाम दिया. प्रशासन ने कहा कि ऑनलाइन कॉपीराइट उल्लंघन को रोक दिया गया है और कॉपीराइट सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है.

क्या है ऑनलाइन पायरेसी
कुछ लोग गैरकानूनी ढंग से किसी कॉपीराइट मटेरियल को कॉपी करके उसे इंटरनेट पर सस्ते दामों में या फ्री में उपलब्ध करवा देते है जिससे जिस कंपनी वह उत्पाद है उसे नुकसान होता है. ऑनलाइन पायरेसी सबसे ज्यादा गाने, फिल्में और सॉफ्टवेयर्स के मामले में देखने को मिलती है.