पाकिस्तान ने फिलिस्तीनी राजदूत वलीद अबु अली के आतंकी हाफिज सईद के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने का बचाव किया है. अबु अली दो दिन पहले रावलपिंडी में हुई एक रैली में मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड सईद के साथ नजर आए थे.
भारत के कड़े ऐतराज के बाद फिलिस्तीन ने अपने राजदूत को पाकिस्तान से वापस बुला लिया था. अब पाकिस्तान ने इस मामले में हाफिज सईद और वलीद अबु अली दोनों का बचाव किया है.
दरअसल यह कार्यक्रम फिलिस्तीन के नागरिकों के समर्थन में आयोजित किया गया था. जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद और अली दोनों ने इसमें हिस्सा लिया था.
अब पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र ने किसी की अभिव्यक्ति पर रोक नहीं लगाई है, लेकिन माहौल इसके ठीक खिलाफ बनाया गया.
बयान में कहा गया है, ‘पाकिस्तान की सरकार और नागरिक फिलिस्तीनी नागरिकों के समर्थन में हुए कार्यक्रम में फिलिस्तीनी राजदूत के हिस्सा लेने के फैसले का सम्मान करते हैं.’
इस बयान में कहा गया, ‘पाकिस्तान ने हमेशा से हमेशा दो राष्ट्रों के बीच सुलह की नीति का समर्थन किया है. फिलिस्तीन के राजदूत ने देश में कई बैठकों और सम्मेलनों में हिस्सा लिया था. जिस कार्यक्रम पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं, उसमें भी पाकिस्तानी नागरिकों की ओर से फिलिस्तीनी नागरिकों के समर्थन में आवाज उठाई गई थी.’
पाक विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस रैली में सभी उम्र के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद समेत 50 से ज्यादा वक्ताओं ने रैली को संबोधित किया.
आपको बता दें कि अली के हाफिज के साथ मंच शेयर करने के भारत के कड़े ऐतराज के बाद फिलिस्तीन ने इस मामले में कदम उठाया था. भारत ने इसे अस्वीकार्य बताया था.
भारत के ऐतराज के बाद नई दिल्ली में फिलिस्तीनी राजदूत अदनान अल हैजा ने कहा कि फिलिस्तीन आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में उसके साथ खड़ा रहा है. उन्होंने कहा कि इसी वजह से फिलिस्तीनी सरकार ने पाकिस्तान में मौजूद अपने राजदूत वली को वापस बुलाने का फैसला किया.