कानपुर में हुई इंदौर-राजेंद्र नगर पटना एक्सप्रेस रेल दुर्घटना को लेकर की जा रही जांच में यह बात सामने आई है कि रेल पटरियों को कुकर बम का उपयोग कर क्षतिग्रस्त किया गया था। मोतीलाल पासवान नामक व्यक्ति ने करीब 7 लोगों के साथ मिलकर रेलवे ट्रेक को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया था। जब मोतीलाल पासवान को बिहार के मोतीहारी से पकड़ा गया और जांच के दौरान उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि ट्रेक को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रेशर कुकर बम का उपयोग हुआ था।
पासवान से जो जानकारी मिली है उसमें उसने बताया है कि इस घटना का मास्टरमाईंड ब्रज किशोर गिरि है। गिरी 7 लोगों के दल का नेतृत्व कर रहा था। पासवान ने बताया कि करीब 10 लीटर के प्रेशर कुकर में विस्फोटक भरकर आईईडी तैयार कर लिया गया। अब इस मामले में फोरेंसिक जांच की तैयारी की जा रही है। जांच दल एक बार फिर से रूरा व पुखराया में जांच करेगा और फोरेंसिक तथ्य कलेक्ट किए जाऐंगे।
घटना मास्टरमाईंड ब्रज किशोर गिरी बताया गया है। माना जा रहा है कि गिरी 7 लोगों के ट्रुप को लीड कर रहा था। अब पासवान से पूछताछ की जा रही है और उसके माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में 6 लोगों की पहचान हुई है लेकिन पासवान ने 2 लोगों को ही पहचाना है। पासवान से मिली जानकारी के आधार पर जांच की जा रही है। पासवान के साथ दो लोगों को और पकड़ा गया था।
इन आरोपियों की तलाश की जा रही हैै। उल्लेखनीय है कि 20 नवंबर को कानपुर के झांसी रेलखंड के पुखलाया रेलवे स्टेशन के समीप दुर्घटना हो गई। दुर्घटना में लगभग 150 लोगों की मौत हो गई थी। घटना को लेकर जानकारी सामने आ चुकी है कि रेल हादसे के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कथित तौर पर जवाबदार है। तो दूसरी ओर दुबई में बैठे एक व्यक्ति ने लोगों को रूपए देकर पटरी क्षतिग्रस्त करवाने और हादसे को अंजाम देने के प्रयास किए थे। इस तरह की घटना को रक्सौल दरभंगा रेलवे ट्रैक पर किए जाने को लेकर प्रयास भी किया गया था।