दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी कोच डेल बेंकनस्टीन ने पहले टेस्ट का पहला दिन खत्म होने के बाद कहा कि एबी डिविलियर्स ने मैच की चाल बदल कर रख दी। भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में एक समय 12 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे, जिसके बाद एबी की पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका 286 रन बनाने में कामयाब रहा।
प्रोटियाज के बल्लेबाजी कोच ने कहा कि 12 रन पर तीन विकेट गंवा देना एक बल्लेबाजी कोच की हैसियत से अच्छा नहीं लगा। मैं सोच रहा था कि कैब लेकर वापिस होटल लौट जाऊं, क्योंकि मुझे समझ नहीं आ रहा था कि इस विकेट पर कैसे रन बनाएं। भारत के पास अच्छा तेज गेंदबाजी आक्रमण है। एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस के संयम की बदौलत ही हम मैच की चाल बदल पाए। उन्होंने कहा कि जब भुवनेश्वर के ओवर में डिविलियर्स ने 17 रन जोड़े, यही मैच की चाल बदलने वाला अहम लम्हा रहा।
डिविलियर्स-फाफ की आक्रामक रणनीति
शुरुआती तीन विकेट गिरने के बाद पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स (65) और फाफ डु प्लेसिस (62) ने भारतीय गेंदबाजों पर आक्रमण की रणनीति अपनाई। नौवें ओवर में डिविलियर्स ने भुवी पर चार चौके लगाए। विराट ने 10वें ओवर में पहला टेस्ट खेल रहे जसप्रीत बुमराह को लगाया। बुमराह ने गेंद ऑफ स्टंप के बाहर ही रखीं। उन्होंने डिविलियर्स और प्लेसिस को परेशान किया, लेकिन काफी देर तक उन्हें सफलता नहीं मिली। पारी के 15वें ओवर में भुवनेश्वर की जगह शमी गेंदबाजी पर आए जिनका स्वागत डिविलियर्स ने दो चौकों से किया। लगभग दो साल बाद टेस्ट में वापसी करने वाले एबी ने शमी की गेंद पर कवर में चौका मारकर 41वां अर्धशतक पूरा किया। भुवनेश्वर के हटने के बाद मेहमान टीम के बल्लेबाज राहत में नजर आए। दोनों ने स्कोर को 123 रनों तक पहुंचाया।
फिलहाल भारत से आगे द. अफ्रीका
पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने 3 अहम विकेट खोकर 28 रन बनाए। ये तीनों विकेट द. अफ्रीकी तेज़ गेंदबाज़ों ने चटकाए। सबसे पहले वरनेन फिलेंडर ने मुरली विजय (01) का शिकार किया। इसके बाद डेल स्टेन ने भारत के दूसरे ओपनर शिखर धवन (16) का काम तमाम कर दिया। सबसे बड़ा झटका मोर्ने मोर्कल ने भारत को दिया, उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली को 05 रन पर आउट कर भारतीय टीम को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया।