नीति आयोग से जुड़े डॉ वीके पॉल ने बताया कि देश में सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन तीसरे चरण में है। सीरम समेत पांच और वैक्सीन हैं जिनका परीक्षण किया जा रहा है इनमें से दो वैक्सीन तीसर चरण में पहुंच चुकी हैं।
नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए मामलों में कमी देखी जा रही है। रिकवरी दर भी तेजी से बढ़ी है। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 76.7 फीसद कोरोना के कुल सक्रिय मामले आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से हैं। पिछले 45 दिनों में कोरोना से ठीक हुए मामलों की कुल संख्या में वृद्धि हुई है और कोरोना के सक्रिय मामलों में कमी आई है। वहीं, कोरोना महामारी के दौर में सभी को इसकी वैक्सीन का इंतजार है। नीति आयोग से जुड़े डॉ वीके पॉल ने बताया कि देश में सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन तीसरे चरण के परीशक्षण में है। सीरम समेत पांच और वैक्सीन हैं जिनका परीक्षण किया जा रहा है, इनमें से दो वैक्सीन तीसर चरण में पहुंच चुकी हैं।
अब दिल्ली में 3500 आइसीयू बेड उपलब्ध हैं। अगले कुछ दिनों में इसे बढ़ाकर 6000 आइसीयू बेड कर दिए जाएंगे। दिल्ली के कंटेनमेंट जोन में हाउस टू हाउस सर्वे किया जाएगा। यह सर्वे अन्य सेंसेटिव क्षेत्रों में भी किया जाएगा। डॉ पाल ने बताया कि इस सर्वे में कुल 7000-8000 लोगों की टीम इस पर लगाई जाएंगी
कोरोना की जांच में की गई बढ़ोतरी-
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति पर केंद्र सरकार ने तत्काल कार्यवाई करना शुरू कर दिया है। आइसीयू के बेड में वृद्धि की गई है। प्रति दिन कोरोना की जांच भी बड़ा दी गई है जो कि एक से 1.2 लाख तक है। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन किया जा रहा है।
कोरोना का टेस्ट कराने में न करें संकोच-
कोरोना के लक्षणों को लेकर मंत्रालय ने कहा कि लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यदि उनमें कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत परीक्षण करवाएं। कोरोना के परीक्षण कराने में कोई भी संकोच नहीं करना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए दिल्ली के 4000 कंटेनमेंट जोन में केंद्र सरकार की ओर मैन पावर बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि जून के बाद से कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाई गई है। अगस्त के मध्य में कोरोना के मामलों में कुछ गिरावट देखी गई। अक्टूबर के महीने में कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ोतरी देखी गई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 48 घंटों में कोरोना के मामले बहुत कम देखे गए हैं।