लखनऊ.विधानसभा में सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। दूसरे दिन भी सपा-कांग्रेस के विधायकों ने बिजली के बढ़े हुए रेट्स को लेकर जमकर हंगामा किया। सदन कई बार स्थगित होने के बाद भी सपा-कांग्रेस के विधायक बेल में आकर बिजली के बढ़े रेट्स को लेकर हंगामा करने लगे। वही, जब विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्यमंत्री ने बिजली रेट्स को लेकर पुर्नविचार का आश्वासन दिया, तब विपक्षी विधायकों ने धरना खत्म किया।
सीएम योगी ने विपक्ष पर साधा निशाना
-वहीं, हंगामे के बीच सदन से बाहर आकर सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित किया। सीएम योगी ने कहा- “केवल 47 लोगों के लिए पूरी विधानसभा बंधक हो जाये इसकी अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। इन 47 लोगों की वजह से बाकी विधायकों की आवाज दबनी नहीं चाहिए।”
-“बिजली के मुद्दे पर बहस करने के बजाय ये हंगामा कर रहे हैं। इन लोगों को डर है कि अगर बहस करेंगे, तो इनकी सरकार के काले कारनामे सामने आ जाएंगे। कुछ पैसों की बढोत्तरी पर ये लोग हल्ला कर रहे हैं, लेकिन जो काम हमने किया है, उसे नहीं देख रहे हैं। डीजल से जब पंप चलता था, तो ज्यादा खर्च होता था।अब बिजली मिल रही है किसान का पैसा बच रहा है।”
– “ऐसे में ये लोग अपना किसान विरोधी चेहरा सामने ला रहे हैं। सरकार हर मुद्दे का जवाब देने को तैयार है। ऐसे कोई विधानसभा को बंधक बनाने का काम करेगा तो विधानसभा अध्यक्ष से खुद इस पर फैसला लेंगे।”
-“सपा के समय बिजली की हालत खस्ता थी। बीजेपी सरकार ने बिजली की सप्लाई के समय में इजाफा करने के साथ ही ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलवाने का काम किया है।”
-“सपा को किसानों, नौजवानों की खुशहाली पच नहीं रही है। वंशवादी और जातिवादी राजनीति खत्म ना हो जाये इसलिए सपा हंगामा कर रही है। सदन में सपा की नोटिस पर सरकार चर्चा करने को तैयार लेकिन सपा भाग रही है।”
विपक्ष ने कहा- किसान विरोधी है सरकार
-वहीं, सपा नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा- “बिजली दरों में जो भारी इजाफा किया गया है। इससे सभी वर्ग का कमर तोड़ दिया गया है। सरकार किसान विरोधी है। सरकार अड़ियल रवैया अपनायी हुई है सदन का काम पूरे तरीके से बाधित है।”
– “सत्य पर असत्य की जीत हो रही है। हम लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख रहे हैं। हमारी बात सुनी नहीं जा रही है। हम पर आरोप लगाए जा रहे है। हम चर्चा को तैयार है, लेकिन पहले बिजली के दामों को कम करें। हम सरकार में जब आये थे तब 8000 यूनिट बिजली थी, जिसको बढ़ा कर 16000 मेगावाट किया। सरकार बताए कितना बिजली उत्पादन कर रही है।
अनुपूरक बजट में क्या होगा खास
-सत्र में सरकार द्वारा किये गए वादों को अमली जामा पहनाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ अनुपूरक बजट पेश करेंगे। इसमें किसान कर्जमाफी, किसानों को 18 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली के लिए भी बजट जारी किया जाएगा।
-इसके अलावा विभिन्न योजनाओं में शिक्षा में बदलाव, बच्चों को जूते, मोजे, स्वेटर, किसानों को खाद, सोलर पम्प, छात्रवृत्ति समेत दर्जनों योजनाओं के मद में बजट को दिया जाएगा।
गन्ना किसान, धान खरीद, महंगाई
-सरकार की घेरने के लिए विपक्ष के पास बिजली दर वृद्धि, कानून व्यवस्था, नगरीय निकाय चुनाव में गड़बड़ी और महंगाई जैसे मुद्दे हैं। वहीं, सरकार कर्ज माफी, बेहतर गन्ना मूल्य भुगतान और कानून व्यवस्था में सुधार जैसे मुद्दों को पेश करेगी।
-22 दिसंबर तक प्रस्तावित सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। साथ ही कई महत्वपूर्ण विधेयक भी पारित किए जाएंगे। पिछले सत्र की तरह विपक्ष इस बार बहिष्कार करने के बजाए सदन में ही सरकार की घेराबंदी करेगा।