मुख्यमंत्री माणिक सरकार और उनकी पार्टी पर तीखा हमला करते हुए मोदी ने कहा कि त्रिपुरा के लोगों को वामपंथियों से डर लगता है. अगरतला से दक्षिण पश्चिम में 50 किलोमीटर दूर सिपाहीजाला जिले के सोनमुरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘राशन कार्ड जैसी बुनियादी चीज के लिए लोगों को पार्टी कार्यालय का रुख करना पड़ता है. किसी की हत्या भी हो जाती है तो पुलिस तब तक मामला दर्ज नहीं करती जब तक कि सीपीएम से मंजूरी ना मिल जाए.’

उन्होंने कहा कि कम्युनिस्टों ने यहां हर चीज के लिए आम लोगों को उनपर निर्भर बना दिया है. ‘यह गुलामी का नया चेहरा है.’ उन्होंने कहा कि वाम शासन में त्रिपुरा का शायद ही कुछ विकास हुआ. उन्होंने कहा कि लोग अपना भाग्य बदलने के लिए माणिक्य या रत्न पहनते हैं, लेकिन यह माणिक (सरकार) लोगों के जीवन में समृद्धि लाने में नाकाम रहे. त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 18 फरवरी को चुनाव होना है और परिणाम की घोषणा तीन मार्च को होगी.

मोदी ने त्रिपुरा के लोगों से राज्य में माणिक सरकार के नेतृत्व वाली वाम मोर्चा सरकार को उखाड़ फेंकने और विकास के लिए बीजेपी को मत देने की अपील की. पूर्वोत्तर के इस राज्य में बीजेपी की मौजूदगी नहीं है, लेकिन हालिया समय में सीपीएम नीत वाम मोर्चा के इस गढ़ में पार्टी ने खुद को मुख्य प्रतिद्धंद्वी के तौर पर खड़ा किया है. मोदी ने कहा कि त्रिपुरा की चाय प्रसिद्ध है और राज्य की समृद्धि और विकास के लिए तीन और ‘टी’ को शामिल करना होगा. उन्होंने कहा, ‘टी से ट्रेड (कारोबार), टी से टूरिज्म (पर्यटन) और टी से खासकर युवाओं को ट्रेनिंग (प्रशिक्षण), समय की जरूरत है.’

रोज वैली चिटफंड घोटाले का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि राज्य के लोगों को लूटा गया और उनमें से कई ने खुदकुशी कर ली लेकिन सरकार ने उनकी परेशानी को दूर करने के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘अगर हम सत्ता में आए तो घोटाले के जिम्मेदार लोगों को ऐसी सजा देंगे जिससे दूसरे लोग सबक लेंगे.’ बाद में उनाकोटी जिले के कैलाशहर में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य के अंतिम शासक बीर विक्रम किशोर माणिक्य बहादुर के ख्वाबों को पूरा करेगी.