यूपी एमपी के चित्रकूट क्षेत्र और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में दहशत फैलाने वाले 30 हजार के इनामी डाकू नवल धोबी को शनिवार को एमपी पुलिस ने सतना कचहरी परिसर से दबोच लिया। नवल आत्मसमर्पण के लिए गुपचुप तरीके से कचहरी पहुंचा था। भनक लगने पर पुलिस ने धर दबोचा।उस पर हत्या, अपहरण, फिरौती वसूलने आदि के एक दर्जन मामले दर्ज हैं। चित्रकूट और मप्र के नया गांव थाना क्षेत्र के आसपास इनामी डाकू नवल धोबी गैंग की गतिविधियां लगातार बढ़ रही थीं।
डाकू को दबोचने के लिए सतना एसपी राजेश हिंगड़कर व चित्रकूट एसपी प्रताप गोपेंद्र रोजाना जंगल में कांबिंग कर रहे थे। इससे घबराया गैंग सरगना नवल आत्मसमर्पण करने सतना पहुंच गया। शनिवार सुबह कचहरी में एक वकील से कागजात तैयार कराए।दोपहर को विशेष न्यायाधीश के कोर्ट में वकील कागजात लेकर पहुुंचे तो गेट के बाहर डाकू नवल खुद के बुलाए जाने का इंतजार कर रहा था।इस बीच पुलिस को नवल के आत्मसमर्पण की भनक लग चुकी थी। बिना वर्दी के कचहरी पहुंचे पुलिसकर्मियों ने डाकू को पहचानते ही कोर्ट में घुसने से पहले दबोच लिया।
इसके बाद आईजी रीवा उमेश जोगा व एसपी सतना राजेश हिंगड़कर कचहरी पहुंचे और डाकू को सतना सिटी कोतवाली ले गए। एसपी ने बताया कि नवल पर हत्या, अपहरण, लूट, रंगदारी व फिरौती वसूलने के एक दर्जन मामले दर्ज हैं। इन मामलों की जांच के लिए उसे एमपी के नया गांव थाने लाया जाएगा। यहां विस्तृत पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।