ब्रिघम और महिला अस्पताल द्वारा प्रकाशित किए गए एक शोध में खुलासा हुआ है कि आहार में नमक (सोडियम) का ज्यादा सेवन करने से मृत्यु का खतरा बढ़ सकता है। शोधकर्ता नैंसी कुक ने कहा कि शरीर में सोडियम की मात्रा मापना काफी कठिन है। क्योंकि यह छिपा हुआ होता है और आपको पता नहीं लग पाता कि आप इसका कितना सेवन कर रहे हैं। जिससे इसके अत्यधिक सेवन की संभावना बढ़ जाती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि, हालांकि शरीर में सोडियम मापने के कई तरीके हैं, लेकिन यूरीन (पेशाब) के नमूने का अध्ययन करना सबसे सही तरीका है। मगर आपको सटीक नतीजे प्राप्त करने के लिए कई बार टेस्ट करना जरूरी है। शरीर में सोडियम की मात्रा को एक स्पॉट टेस्ट करके मापा जा सकता है, इससे यह निर्धारित होगा कि किसी व्यक्ति के यूरीन के नमूने में कितना नमक मौजूद है। हालांकि, दिन के दौरान यूरीन में सोडियम के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है। इसलिए सटीक निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए किसी व्यक्ति के 24 घंटे के यूरीन के नमूने लेने चाहिए।
शोधकर्ताओं ने बताया कि हर दिन सोडियम का सेवन बदलता है, इसलिए कुछ दिनों का टेस्ट करना जरूरी है। इस शोध में उच्च रक्तचाप के रोकथाम के परिक्षणों में भाग लेने वाले 3000 प्रतिभागियों के परिणामों का आकलन किया। जिसमें सोडियम के सेवन में बढ़ोतरी का अकस्मात मृत्यु का सीधा संबंध देखा गया। यह शोध इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।