डेरा प्रमुख राम रहीम साध्वियों से बलात्कार के जुर्म में जेल की सजा काट रहा है. सलाखों के पीछे पहुंचा गुरमीत राम रहीम अब आराम की जिंदगी से महरूम है. यही कारण है कि जेल की दाल रोटी खाने के बाद उसका 6 किलो वजन कम हो गया है.
सूत्रों की मानें तो 40 दिनों में गुरमीत राम रहीम का वजन 90 किलोग्राम से घटकर 84 किलो रह गया है. यह जेल की दाल रोटी का ही असर है कि जो काम लाखों खर्चने के बाद भी नहीं हो पाया वह जेल की सूखी रोटियों ने कर दिया .
ऐशो आराम छिनने से कम हुआ वजन
गुरमीत राम रहीम के वजन कम होने का कारण डेरा की चिंता करना है या फिर ऐसो आराम की जिंदगी छिन जाना. कभी राजा- महाराजा की जिंदगी जीने वाला राम रहीम अब एक आम कैदी की जिंदगी बिता रहा है. वह मखमले बिस्तर के बजाए धरती पर सोता है और जाम ऐ इंसां (डेरा का खास ड्रिंक जो प्रेमियों को पिलाया जाता है) पीने के बजाए जेल का पानी पीता है.
दवाओं की डोज भी हुई कम
जेल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक वजन कम होने से गुरमीत राम रहीम की दवाओं की डोज भी कम हो गया है. गुरमीत राम रहीम हाई ब्लड प्रेशर, शुगर और एसिडिटी का मरीज है. सूत्रों के मुताबिक वह जेल पहुंचने के दौरान डॉक्टरों की सलाह पर दिन में दो-दो बार इन बीमारियों की दवाई खाता था लेकिन अब उसका डोज घट कर आधी रह गई है. वह दिन में सिर्फ एक ही डोज लेता है. यह सभी दवाएं पीजीआई रोहतक के डॉक्टरों के पैनल द्वारा लिखी गई थी और उन्हीं के निर्देशों के मुताबिक घटाई गई हैं.