शादी के बाद जब लड़की अपने ससुराल जाती है तब उसको कुछ विशेष अधिकार मिल जाते हैं। इन अधिकारों को ससुरालवाले तो क्या लड़की का हसबैंड भी नहीं छीन सकता। इतना ही नहीं अगर लड़की को ये अधिकार नहीं मिल रहे या फिर इन अधिकारों को मिलने में कोई अड़चन आ रही है तो वो थाने में इस बात की शिकायत कर सकती है। जानें क्या है महिलाओं के वो 5 अधिकार..
महिला को अपने पति के साथ रहने का पूरा हक है, चाहे वो घर किसी का भी हो।
विवाह के बाद या फिर विवाह के पहले जो भी रुपये-पैसे लड़की को दिए जाते हैं वो सत्रीधन होता है। इसपर सिर्फ लड़की का ही अधिकार होता है।
लड़की को एक कमिटेड रिलेशनशिप का हक है। हिंदू पति किसी अन्य लड़की से रिश्ता नहीं रख सकता जब तक तलाक ना हो जाए।
महिला को सुविधाओं के साथ जीने का पूरा हक है। अगर वाइफ इस काबिल नहीं है कि वो अपना खर्चा चला सके तो हसबैंड को उसका खर्चा उठाना होगा।
ससुराल में महिला को पूरे स्वाभिमान के साथ रहने का अधिकार है, कोई उसके साथ मेंटल या फिजिकल टॉर्चर नहीं कर सकता।