वॉशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन यात्रा के दौरान चीन और अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई थी। एक समाचार एजेंसी की वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप की बीजिंग यात्रा के दौरान चीनी और अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों के बीच लड़ाई-झगड़े के हालात पैदा हो गए थे, जब एक अमेरिकी एजेंट को ग्रेट वॉल ऑफ पीपल्स के अंदर प्रवेश करने से रोका गया। जिसके पास अमरीका के आपातकालीन परमाणु हथियार के कोड थे। अमेरिकी वेबसाइट एक्सियोस (Axios) के अनुसार, यह घटना 9 नवंबर की है, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन की राजधानी बीजिंग के दौरे पर थे।
‘ब्रीफकेस’ को लेकर भिड़े चीनी सुरक्षा अधिकारी
वेबसाइड की रिपोर्ट में कहा गया, ‘सुरक्षा एजेंट अपने पास हमेशा एक ब्रीफकेस रखता है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति के कमांड सेंटर से दूर होने पर परमाणु हमले को अधिकृत करने के लिए आवश्यक कोड होते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, जब अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी ने ग्रेट वॉल ऑफ पीपल्स के अंदर प्रवेश करने के कदम बढ़ाया, चीन के सुरक्षा अधिकारियों ने उनका रास्ता रोक दिया। एक अन्य अधिकारी ने व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ जॉन केली से कहा था कि उन्होंने हस्तक्षेप करने की कोशिश की। एक्सियोस ने कहा, उनकी रिपोर्ट पांच अज्ञात स्रोतों पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा में कहा गया कि एक चीनी सुरक्षा अधिकारी ने केली को केली को पकड़ा और उसने वहां मौजूद आदमी के हाथ को उसके शरीर से दूर झटका। जिसके बाद अमेरिका के सीक्रेट एजेंट ने चीनी सुरक्षा अधिकारी को पकड़ लिया और उन्हें जमीन पर धक्का दे दिया।
चीनी सुरक्षा अधिकारियों ने हेड ने मांगी माफी
रिपोर्ट में कहा गया कि यह स्थिति कुछ देर के लिए देखने को मिली। हालांकि जल्द अमेरिका और चीनी अधिकारियों ने इस घटना को खत्म करने की कोशिश की। अमेरिकी अधिकारियों से इस घटना के बारे में किसी से कुछ न कहने की भी गुजारिश की गई। यात्रा से शामिल एक व्यक्ति ने बताया कि ट्रंप की टीम ने बीजिंग जाने से पहले चीनी को संक्षिप्त करने के लिए सामान्य सुरक्षा प्रक्रिया का पालन किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सिक्योसिटी के हेड ने बाद में अमेरिका के अधिकारियों से इस घटना के लिए माफी भी मांगी। जिसके बाद अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी के पास मौजूद ब्रीफकेस को चीनी सुरक्षा अधिकारियों ने छुआ तक नहीं।