वास्तु शास्त्र में घर परिवार में सकारात्मकता बनाए रखने और खुशहाली के लिए कई चीजों की जानकारी देता है. वास्तु में इन्हीं में से एक चीज के बारे में बताया गया है. चांदी की मछली. वास्तु और फेंगशुई दोनों में चांदी की मछली को शुभकारी और लाभदायक बताया गया है. बता दें कि चांदी की मछली का संबंध मां लक्ष्मी से माना जाता है. वहीं चांदी को भी घर में रखने के हिसाब से शुभ माना गया है. ऐसे में घर में चांदी और पीतल की मछली को रखना लाभदायक माना जाता है.
वास्तु जानकारों का मानना है कि चांदी या पीतल की मछली को धन की दिशा दिखाने वाली माना जाता है. वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि जो लोग घर की एक निश्चित दिशा में चांदी की छोटी सी मछली रखते हैं, वहां धन की वर्षा होने लगती है. और रखने के कुछ दिन में ही घरवालों को खुशखबरियां मिलनी शुरू हो जाती हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड आदि कुछ जगहों पर चांदी की मछली को बहुत खास स्थान दिया गया है. बुंदेलखंड में दिवाली और धनतेरस की पूजा चांदी की मछली के बिना पूरी नहीं मानी जाती.
वहीं, कई जगह ऐसी मान्यता है कि लोग अपनी बेटी की शादी में लड़की और दामाद को भी चांदी की छोटी सी मछली देते हैं. इसके साथ ही, व्यापारी लोग सुबह उठने के बाद सबसे पहले चांदी की मछली के दर्शन करें तो व्यापार खूब तरक्की करता है.
वास्तु जानकारों के अनुसार चांदी या पीतल की मछली को घर की पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए. इससे बहुत जल्द धन की दिशाएं खुल जाती हैं और चारों ओर से धन की बरसात होने लगती है.
करियर में सफलता हासिल करने के लिए कुछ लोग दफ्तर में भी चांदी की मछली रखते हैं. पर्स में चांदी की छोटी मछली रखने से वे हमेशा भरा रहता है. ऐसे लोग जो काम शुरू करते हैं उसी में सफलता पाते हैं.
वास्तु के हिसाब से घर में फिश एक्वेरियम रखना भी लाभकारी होता है. इसी एक्वेरियम में अगर आप चांदी की छोटी मछली डाल देंगे तो परिवार में आने वाले सारे संकट कट जाते हैं.