इच्छापुर फोरलेन निर्माण में देशगांव के पास घाटी की खुदाई में चमकीले पत्थर मिलने की खबर सामने आई है। स्थानीय लोगों में यह सफेद रंगोली का पत्थर बताया जा रहा है। वही खनिज विभाग का बोलना है कि इस इलाके में लाइव (चूना) और कुछ अंश सिलिकान चट्टानों में पाया जाता है। वर्षा का पानी इस प्रकार की चट्टानों में रिसने से रिएक्शन के चलते स्टोन की प्रकृति में परिवर्तित हो जाती है। देशगांव घाट पर मिले चमकीले पत्थर क्या है यह जांच से ही स्पष्ट होने की बात भी बोली जा रही है।
इधर चमकीलें पत्थरों को खरीदने महाराष्ट्र से चोरी-छिपे व्यापारी यहां आने और उनके बीच विवाद होने की सूचना पर देशगांव चौकी पुलिस ने मंगलवार रात में इस बात का जायजा भी लिया गया है। यहां 4 व्यक्ति मिलने पर चौकी लाकर पूछताछ भी शुरू की गई है। इनके पास कुछ नहीं मिलने पर छोड़ छोड़ चुके है। वहीं पुलिस ने कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ की लेकिन उनसे भी कुछ पता नही चल पाया है।
इतना ही नहीं इंदौर-इच्छापुर फोरलेन का निर्माण कार्य HRY कुंडू कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया गया है। देशगांव घाटी के पास घाट को सड़क बनाने के लिए काट रहे है। यहां हनुमान मंदिर बना हुआ है। मंदिर के पास ही खोदाई करते वक़्त 3 दिन पूर्व घाटी के एक भाग में चमकीला पत्थर मिलने पर सांठगांठ कर बेचने की बात भी सामने आई है। चमकीले पत्थर खरीदने के लिए महाराष्ट्र के औरंगाबाद, नागपुर और अन्य जिलों के व्यापारी यहां डेरा डालने और लेनदेन को लेकर विवाद से केस से सामना आ चुका है।
इस केस में देशगांव चौकी प्रभारी शिवराम पाटीदार ने कहा है कि पत्थर अभी तक देखने के लिए अब तक नहीं मिले है । बस पता चला है कि सफेद रंगोली व मार्बल की खदान जैसे चमकीले पत्थर भी मिली है। मौके पर कुछ नहीं मिला है। मंगलवार रात में जानकारी मिली थी कि चमकीले पत्थर खरीदने कुछ व्यापारी आए है। मौके पर जाकर देखा तो वहां कोई नहीं था। आसपास भी तलाश करने पर कोई नहीं मिला। चार लोगों को पूछताछ के लिए लेकर आए थे। मामला खनिज विभाग से संबंधित होने से सूचना दे दी है। खंडवा से टीम आज आकर देखेगी। अभी खोदाई रुकवा दी है।