गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक मंडल दल की ओर से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा था।
ज्ञापन में आरोप लगाया था कि पुलिस व प्रशासन के लोग कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं। ज्ञापन में धारचूला और रानीखेत में कांग्रेस नेताओं के उत्पीड़न के मामलों का प्रमुखता उल्लेख किया गया था।
विपक्ष की ओर से शिकायत पर 24 अक्तूबर तक कार्रवाई न होने पर 25 अक्तूबर को धरना देने की चेतावनी दी गई थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के मुताबिक, उनके ज्ञापन पर मुख्यमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इसलिए विपक्ष बुधवार को गांधीवादी तरीके से अपना प्रतिरोध दर्ज करेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार पर अहंकारी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार की राह पर है। जिस तरह से केंद्र सरकार ने साढ़े तीन साल में एक भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया है, वही हाल सात महीने की भाजपा सरकार का भी है।