कन्नौज। इत्रनगरी कन्नौज में कल परिषदीय स्कूल में तैनात एक प्रधानाचार्य की हरकतों ने महकमे को शर्मसार कर दिया। उसने विद्यालय में ड्रेस नापने के बहाने छात्रा से छेड़छाड़ व अश्लीलता की। आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद उसको गिरफ्तार कर लिया गया है। बख्शपुर्वा निवासी निवासी दंपती ने बताया कि वह परिवार के साथ दिल्ली की एक बस्ती में रहने लगे हैं।
उनकी तीन बेटियां हैं। इनमें 11 वर्षीय छोटी बेटी वहीं पास के एक स्कूल में कक्षा छह में पढ़ती है। फरवरी में बड़ी बेटी की शादी के कारण परिवार के साथ गांव आए हैं। पहले गांव में रहने के दौरान बेटी उच्च माध्यमिक विद्यालय जलालपुर कटरी बांगर में पढ़ती थी। उसने सोमवार को फिर विद्यालय में पढऩे जाने के लिए जिद पकड़ ली। इस पर एक छात्रा के साथ विद्यालय भेज दिया।
प्रधानाचार्य मोहम्मद इस्माइल ने बेटी को ड्रेस देने का लालच दिया। छुट्टी के बाद वह ड्रेस नापने के बहाने पीडि़ता को कमरे में ले गया जबकि अन्य कई छात्राओं को बाहर रोक दिया। पीडि़त लड़की की साथी छात्रा ने बताया कि स्कूल के प्रधानाचार्य ने दो लड़कियों को कमरे में बुलाया जिसके बाद एक छात्रा को कमरे के बाहर कर दिया और एक को अंदर बुला लिया। फिर हमारी सहेली से बोले कि कपड़े उतार दो। तुम्हारे लिए ड्रेस बनवानी है। धीरे-धीरे उसके सब कपड़े उतरवा दिया। कमरा अंदर से बंद कर नाप लेने के बहाने उसके कपड़े उतरवाकर छेड़छाड़ की।
जब उसने छात्रा के सारे कपड़े उतरवाने के बाद अंगों से छेड़छाड़ की तो बेटी ने विरोध कर शोर मचाया तो वह वहां से भाग निकला। घर पहुंचकर बेटी ने आपबीती सुनाई तो कोतवाली में तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक एके ङ्क्षसह ने बताया कि छात्र-छात्राओं ने प्रधानाचार्य को अक्सर ऐसी हरकतें करने का आरोपी बताया है। आसपास के लोगों ने भी उस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सभी के बयान दर्ज किए।
अपर पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी ने बताया कि एक लड़की ने प्रिंसिपल के ऊपर छेडख़ानी का आरोप लगाया है। लड़की का कहना है कि स्कूल के प्रिंसिपल ने उसके कपड़े उतरवाए और फिर छेडख़ानी भी की। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बचाव में अध्यापक एकजुट
परिषदीय विद्यालयों के कई शिक्षक आरोपी प्रधानाचार्य के बचाव में उतर आए। दर्जनों शिक्षक कोतवाली के बाहर जमावड़ा लगाए रहे। सभी ने घटना फर्जी बताते हुए कहा कि प्रधानाचार्य को बेवजह फंसाया जा रहा है। विद्यालय में ऐसी घटना होना संभव नहीं है।