आने वाले लोकसभा चुनाव में विकास के शस्त्र से उत्तर प्रदेश जीतने की मुहिम में जुटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 60 हजार करोड़ रुपये निवेश की 81 परियोजनाओं की ईंट रखी। उन्होंने उद्योगपतियों से अपने रिश्तों पर मुहर लगाते हुए कहा, “हम वो लोग नहीं हैं जो उद्योगपतियों के बगल में खड़े होने से डरते हैं। देश को बनाने में उद्योगपतियों की महत्वपूर्ण भूमिका है और अगर हम उन्हें अपमानित करेंगे तो विकास कैसे होगा? हां, जो गलत हैं उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ेगा और जेल जाना होगा।”
राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रविवार को ग्राउंड बे्रकिंग सेरेमनी को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी या विपक्ष के किसी नेता का नाम तो नहीं लिया लेकिन, उनके आरोपों पर पलटवार करने से नहीं चूके। राहुल और अखिलेश यादव समेत विपक्षी यह आरोप लगाते रहे हैं कि मोदी गरीबों के नहीं, बल्कि उद्योगपतियों के हित के लिए चिंतित रहते हैं।
पीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि “देश को आगे बढ़ाने में एक बैंकर, फाइनेंसर, किसान, मजदूर और सरकारी मुलाजिम की जितनी महत्वपूर्ण भूमिका है, उतनी ही उद्योगपतियों की भी है लेकिन, कुछ लोग परदे के पीछे सब करते हैं मगर उद्योगपतियों के साथ सामने आने से डरते हैं।” सामने बैठे सपा सांसद अमर सिंह का नाम लेकर कहा कि “इन्हें सब मालूम है कि वे लोग किसके जहाज में बैठकर घूमते हैं। एक भी उद्योगपति नहीं है जिसने उनके घरों में जाकर साष्टांग दंडवत न किया हो।” जब नीयत साफ हो और इरादे नेक हों तो किसी के साथ खड़े होने में दाग नहीं लगते। महात्मा गांधी का उदाहरण दिया और कहा कि उनका जीवन कितना पवित्र था। उन्हें बिड़ला जी के परिवार में जाकर रहने में कोई संकोच नहीं होता था।
मेरी कमी खोजने वालों को देना होगा 70 साल का हिसाब
मोदी ने भले राहुल गांधी या कांग्रेस का नाम न लिया हो लेकिन, इशारों-इशारों में वह तंज कसने का मौका भी नहीं चूके। कहा, जो लोग मेरी कमियां खोज रहे हैं, उनकी तो 70 साल की कमियां निकलेंगी क्योंकि मेरे खाते में तो सिर्फ चार वर्ष हैं।