नहाय खाय के साथ 24 अक्टूबर से शुरू हुआ लोक आस्था का पर्व छठ पूजा 27 अक्टूबर, शुक्रवार की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया। छठ पूजा के चौथे दिन भक्त सुबह से ही नदी के घाटो और तालाबों के किनारे पहुंच कर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया।
नहाय खाय छठ पूजा का पहला दिन होता है वही पूजा के दूसरे दिन व्रती सूर्यास्त होने पर खरना पर खीर का भोग लगाया जाता है और 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। फिर इसके बाद उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा संपन्न होती है।