गोविंद द्वादशी हर साल आने वाला पर्व है और इस व्रत को भगवान गोविंद को समर्पित माना जाता है। कहा जाता है उनकी कृपा प्राप्ति हेतु द्वादशी तिथि पर इसे किया जाता है। ऐसे में इस बार द्वादशी व्रत 15 मार्च 2022 को किया जा रहा है। जी हाँ और इस व्रत के दिन ब्राह्मण को दान, पितृ तर्पण, हवन आदि कार्य करने का बहुत ही महत्व माना गया है। आप सभी को बता दें कि यह व्रत सभी प्रकार का सुख, धन-वैभव देने वाला तथा समस्त पापों का नाश करने वाला माना जाता है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं पूजन सामग्री सूची, और पूजन के शुभ मुहूर्त।

गोविंद द्वादशी पूजा सामग्री-
भगवान की मूर्ति या तस्वीर,
लकड़ी की चौकी,भगवान के वस्त्र,
आभूषण,
केला पत्ता,
तुलसी पत्ता
तुलसी की माला,
आम का पल्लव,
पान का पत्ता,
सुपारी,
नारियल,
रोली,
मौली,
कुमकुम,
शुद्ध घी,
दीया,
इत्र,
कपूर,
फूल,
तिल,
Govinda Dwadashi Muhurat-गोविंद द्वादशी के मुहूर्त
फाल्गुन शुक्ल द्वादशी- 15 मार्च 2022, मंगलवार।
द्वादशी तिथि का आरंभ- सोमवार, 14 मार्च 2022 को दोपहर 12.00 बजे से।
द्वादशी तिथि की समाप्ति- मंगलवार, 15 मार्च 2022 दोपहर 1.10 मिनट पर।
राहु काल का समय- मंगलवार, अपराह्न 3:00 से 4:30 बजे तक।
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