लंदन। विश्व भ्रमण पर निकला भारतीय नौसेना का महिला दल इतिहास रचने की ओर अग्रसर है। नौकायन पोत ‘तारिणी’ पर सवार नौसेना की महिला अधिकारियों की छह सदस्यीय टीम फाकलैंड द्वीप के स्टेनली बंदरगाह पहुंच चुकी है। यह द्वीप ब्रिटेन के अधिकार क्षेत्र में आता है।
उल्लेखनीय है कि पहली बार भारतीय महिला नौसैनिकों का दल इस तरह की यात्रा पर निकला है। टीम में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, लेफ्टिनेंट एस विजया देवी, पी स्वाति, बी ऐश्वर्या और पायल गुप्ता शामिल हैं। नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी कर रही हैं। लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या ने ब्लॉग पर टीम का अनुभव साझा करते हुए लिखा, ‘यह हमेशा चौंकानेवाला होता है कि आप प्रकृति की सुंदरता में न जाने कब खो जाते हैं।’
रक्षा मंत्री निर्मला सीतामरण ने गत 10 सितंबर को गोवा में ‘नाविका सागर परिक्रमा’ नामक इस अभियान दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। अनुमान है कि यह दल करीब आठ महीने में अपनी यात्रा पूरी कर अप्रैल में गोवा लौटेगा। 56 फुट लंबे इस स्वेदशी जहाज को गत वर्ष भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। विश्व के सामने ‘नारी शक्ति’ का उदाहरण पेश करता यह दल ‘मेक इन इंडिया’ का भी संदेश दे रहा है।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बंदरगाहों से गुजरते हुए ब्रिटेन पहुंचे इस जहाज ने अब तक 15 हजार समुद्री मील की यात्रा पूरी कर ली है। विपरीत मौसम, तूफान और बर्फीली हवाओं का सामना करता हुए यह दल अब चार फरवरी को दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन के लिए रवाना होगा। यात्रा के दौरान महिला नौसैनिक दल भारतीय मौसम विभाग को समुद्री तरंगों के साथ समुद्र में हो रहे प्रदूषण की जानकारी भेज रहा है। इसके अतिरिक्त बंदरगाहों पर रुकने के दौरान यह दल स्थानीय निवासियों को समुद्री यात्रा करने के लिए जागरूक भी कर रहा है।