प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल की यात्रा के सकारात्मक संकेत दिए हैं, अगर प्रधानमंत्री मोदी इजरायल की यात्रा पर जाते हैं, तो ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली इजरायल यात्रा होगी। दशकों तक भारत के अरब देशों के साथ करीबी संबंध थे, तो उसने इजरायल को नजरअंदाज किया था। जानकार मानते हैं कि मोदी की यात्रा से विदेश नीति में नए दौर का संदेश जाएगा।
इजरायल कृषि मंत्री उरी एरियल ने मंगलवार को गांधीनगर में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उम्मीद जताई कि वह जल्द से जल्द इजरायल की यात्रा करेंगे। खबरों के मुताबिक, पीएम ने उनसे कहा है कि वह भी यात्रा की उम्मीद रखते हैं। इससे पहले इजरायल के राष्ट्रपति रुवेन रिवलीन नवंबर में भारत आए थे, तब उन्होंने मोदी को आमंत्रण दिया था। यहां इजरायली दूतावास का मानना है कि इस साल दोनों देशों के राजनयिक संबंध के 25 साल पूरे हो रहे हैं, तो उच्चस्तरीय यात्रा की उम्मीद है। हालांकि तारीख अभी तय नहीं है।
माना जा रहा है कि यह यात्रा जून से पहले होगी। मोदी की यात्रा संसद के बजट सत्र और विधानसभा चुनावों के कारण मार्च से पहले संभव नहीं मानी जा रही है। मोदी बतौर गुजरात के सीएम वहां जा चुके हैं। फलस्तीनियों के प्रति इजरायल के रुख से भारत ने लंबे समय तक इजरायल के साथ संबंधों से परहेज किया। बाद में रणनीतिक समीकरणों में बदलाव की वजह से दोनों देशों के 1992 में राजनयिक संबंध बने। बाद में भारत के लिए इजरायल सैन्य उपकरणों का अहम सप्लायर बन गया। इन दिनों भारत अरब देशों के साथ-साथ इजरायल से भी संबंध मजबूत करने पर ध्यान दे रहा है।