अंतरराष्ट्रीय सीमा और लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान जिस तरीके से बीएसएफ के जवानों को स्नाइपिंग के जरिए निशाना बनाने की कोशिश में लगा रहता है. उससे बीएसएफ को हमेशा दो चार होना पड़ता है. बीएसएफ इस स्नाइपिंग का जवाब बेहतर तरीके से देने के लिए अपने कुछ कमांडोज को इजरायल के स्नाइपर कमांडोज के साथ ट्रेनिंग और प्रैक्टिस करवाने का फैसला किया है.
बीएसएफ सूत्रों की माने तो इसका एक प्रपोजल गृह मंत्रालय को भी भेजा गया है. गृह मंत्रालय की लिखित मंजूरी मिलने के बाद बीएसएफ की एक छोटी टीम सबसे पहले इजराइल जाएगी जहां पर 6 से 11 जुलाई के बीच होने वाले स्नाइपिंग कंपटीशन और स्नाइपिंग सेमिनार में भाग लेगी. सूत्रों के मुताबिक सब कुछ बेहतर रहा तो आने वाले समय में BSF कमांडो की दूसरी टीम को इजरायल भेजकर इजरायल के निशानेबाजों से खास तरीके की ट्रेनिंग दिलवाएगी.
एलओसी पर 145 से ज्यादा पाक स्नाइपर्स तैनात
आजतक के पास ऐसी खुफिया जानकारी है कि पाकिस्तान स्नाइपिंग के जरिए BSF के जवानों को इंटरनेशनल बॉर्डर और लाइन ऑफ कंट्रोल पर निशाना बनाने की कोशिश करता रहता है. इसके लिए खासतौर पर उसने अपने अलग-अलग डीओपी पर ट्रेंड स्नाइपर्स को तैनात किया है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाक आर्मी और आईएसआई ने लाइन ऑफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर पर 145 से ज्यादा स्नाइपर्स को तैनात किया है.
पाकिस्तान इन शार्प शूटर्स के जरिये समय-समय पर भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की कोशिश करता रहता है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक एलओसी के उस पार पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान आर्मी ने मछल (Machhal), उरी (Uri), तंगधार (Tangdhar), पूंछ (Poochh), बिम्बर गली (Bimber Gali), रामपुर (Rampur), कृष्णा घाटी (Krishna Ghati) और मेंढर के सामने अपने खूंखार स्नाइपर्स को तैनात किया हुआ है.
आतंकी स्नाइपर्स को शूटिंग के बदले पाक देता है 1 लाख रुपये
सूत्रों के मुताबिक इन स्नाइपर्स को पीओके में मौजूद ट्रेनिंग कैम्प में पाक की ‘स्पेशल ऑपरेशन टीम’ के साथ ट्रेंड किया गया है. जानकारी के मुताबिक स्नाइपर्स के तौर पर पाकिस्तान की रेगुलर आर्मी तो रहती ही है. इसके साथ ही आतंकी संगठन लश्कर, जैश और हिजबुल के आतंकियों को भी स्नाइपर्स के तौर पर भर्ती किया गया है. खुफिया सूत्रों ने ये जानकारी दी है कि इन स्नाइपर्स को पाकिस्तान की मुजाहिद बटालियन के साथ कई जगहों पर तैनात किया. सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की आर्मी इन आतंकी स्नाइपर्स को शूटिंग के बदले में 50 हजार से 1 लाख तक की रकम भी देता है.
क्यों करता है पाक स्नाइपिंग
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान रेंजर्स हमेशा इंटरनेशनल बॉर्डर के साथ-साथ लाइन ऑफ कंट्रोल से आतंकवादियों को भेजने की फिराक में रहते हैं. इसी के चलते पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर और लाइन ऑफ कंट्रोल पर जहां सीजफायर उल्लंघन करता है, तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी और मुस्तैदी के चलते आतंकियों की घुसपैठ कराने में नाकाम पाकिस्तान बौखलाकर अपने स्नाइपर्स के जरिए भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाता रहता है.
भारतीय सुरक्षाबल इंटरनेशनल बॉर्डर में अलग-अलग जगहों पर बने माउंट पर तैनात रहते हैं, जहां से वह हैंड हेल्ड थर्मल इमेज के जरिए बॉर्डर पर पूरी निगरानी तो करते ही हैं. साथ ही इस चौकसी की वजह से पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ नहीं करा पाता. ऐसे में बॉर्डर पर मौजूद BSF और सेना के जवानों को पाकिस्तान स्नाइपिंग के जरिए निशाना बनाता है. लेकिन अब BSF के जवान खास तरीके की ट्रेनिंग इजराइल के उन स्नाइपर कमांडो से लेंगे जिनका निशाना अर्जुन की तरह सटीक है. BSF की इजरायल के साथ इस ट्रेनिंग के बाद पाकिस्तान के स्नाइपर की हिम्मत भी नहीं होगी कि वो BSF के स्नाइपर की तरफ आंख उठा कर देख सकें.