रूस के चुनाव आयोग ने सोमवार को विपक्षी नेता अलेक्सी नावलनी के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी. फैसले से नाराज अलेक्सी ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. बता दें कि रूस में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग के 13 में से 12 सदस्यों ने अलेक्सी के चुनाव लड़ने से रोकने के पक्ष में वोट किया था.
अलेक्सी नावलनी ने कहा है कि वो अपने समर्थकों से भी इन चुनावों का बहिष्कार करने की अपील करेंगे. अलेक्सी के खिलाफ ये फैसला लिए जाने के तुरंत बाद उन्होंने एक वीडियो जारी किया जिसमें वो ये कहते नजर आ रहे हैं कि ‘हम जानते थे कि ये हो सकता है, इसलिए हमारा साफ सीधा प्लान है.’ उन्होंने कहा कि हम चुनावों का बहिष्कार करते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि इन चुनावों में भी केवल पुतिन और वो लोग चुनाव लड़ते नजर आएंगे जिन्हें पुतिन ने चुना है. अलेक्सी का कहना है कि अगर सही तरीके से चुनाव होते तो वो इन चुनावों में पुतिन को हरा देते.
चुनाव आयोग द्वारा ये फैसला लिए जाने से पहले अलेक्सी ने कहा कि अगर आप मुझे चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं देते तो इसका मतलब है कि आप लाखों लोगों के खिलाफ फैसला ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि लाखों लोग चाहते हैं कि मैं चुनावों में हिस्सा लूं. अलेक्सी ने कहा कि आप लोग रोबोट नहीं बल्कि जीते जागते लोग हैं, अपनी जिंदगी में एक सही काम कीजिए.
बता दें कि आयोग ने अपने फैसले में 41 साल के अलेक्सी को एक अदालत द्वारा गबन का दोषी ठहराए जाने का हवाला दिया है और कोर्ट ने उन्हें पांच साल निलंबन की सजा सुनाई है. अलेक्सी ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है.