नई दिल्ली। भारत में बीते कुछ समय से यूसी विभिन्न वजहों से विवादों में रहा है। यूसी पर अगस्त महीने में भारतीय यूजर्स की जासूसी करने और उनका डाटा चीन भेजने के आरोप भी लगे थे। अब गूगल ने बड़ा फैसला लेते हुए चीन की कंपनी अली बाबा ग्रुप के यूसी ब्राउज़र कोअपने स्टोर से हटा दिया है।
500 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड वाली इस ऐप को गलत जानकारी देने के चलते हटाया गया है। प्ले स्टोर पर इस का मिनी अभी भी उपलब्ध है। गूगल और यूसी दोनों की तरफ से अभी इसपर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। मगर एक ईमेल लीक हुआ है। इस लीक ईमेल में कहा गया है कि यूसी ब्राउज़र स्पैम लिंक्स और रीडायरेक्ट करने वाले गलत मैसेज के जरिए अपना प्रचार कर रहा था इसलिए इसे गलत जानकारी देने वाले व्यवहार के चलते 30 दिनों के लिए गूगल से हटा दिया गया है।
यूसी भारत में बीते कुछ समय से विभिन्न वजहों से विवादों में भी रहा है। यूसी पर अगस्त महीने में भारतीय यूजर्स की जासूसी करने और उनका डाटा चीन भेजने के आरोप भी लगे थे। उस समय एक IT मंत्रालय में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि यूसी ब्राउजर पर इंडियन यूजर्स का मोबाइल डाटा चीन स्थित सर्वर को भेजने की जानकारी सामने आई है। ऐसी भी शिकायतें हैं कि अगर यूजर इस ब्राउजर को अनइंस्टाल कर देता है या ब्राउज़िंग डाटा मिटा भी देता है।
इसके बावजूद यूजर के डिवाइस के DNS पर इसका कंट्रोल रहता है और इसके जरिये उसकी जानकारी चीन स्थित सर्वर पर पहुंचती रहती है। बता दें कि अगस्त में भारतीय यूजर्स के मोबाइल डाटा को लीक मामले में सरकार ने UC ब्राउजर पर जांच बैठा दी थी।