यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को नोएडा के बोटेनिकल गार्डेन मेट्रो स्टेशन पर होने वाले मेजेंटा लाइन के उद्घाटन समारोह की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे. इसके साथ ही योगी पिछले एक दशक में नोएडा आने वाले पहले मुख्यमंत्री बन गए. योगी ने अपने नोएडा दौरे के दौरान सबसे पहले बिल्डर और फ्लैट खरीददार से मीटिंग की.
उनके आने से पहले तो बिल्डर और होमबायर असोसिएशन के लोग एक साथ ही बैठे थे, लेकिन उनके आते ही बिल्डर्स से अलग बंद कमरे में मीटिंग हुई. फिर होमबायर्स से भी मीटिंग हुई. हसरत भरी निगाह से योगी को देखने वाले होमबायर्स इस बार मीटिंग के बाद भौंचक्के थे. दबी ज़ुबान में कुछ ने बोला कि योगी तो बदल गए हैं.
दरअसल जब होमबायर्स ने योगी के सामने उन बिल्डर्स से जुड़े सवाल पूछे जो दिवालिया घोषित होना चाहते हैं या भाग गए हैं तो योगी बिफर पड़े. योगी ने एक होमबायर को यहां तक कह डाला कि यहां प्रवचन नहीं चल रहा है. सीएम की थोड़ी सी घुड़की देते ही आसपास खड़े पुलिसवालों ने होमबायर को तुरंत बैठ जाने की हिदायत दी.
इस घटना से होमबायर्स का ग्रूप दंग है. यही होमबायर्स का ग्रूप चुनाव से पहले योगी को मसीहा मान रहा था. एक होमबायर ने यहां तक कहा कि ये वो योगी नहीं जो हमसे लखनऊ में मिले थे. होमबायर्स ने मीटिंग के बाद कहा कि इस मीटिंग का कोई मतलब नहीं था. ये मीटिंग सिर्फ़ दिखावे के तौर पर रखी गई थी, जिससे की हम प्रदर्शन ना करें.
इस मीटिंग के बाद योगी ने प्रेस कांफ्रेंस भी की. इसमें योगी दो घंटे लेट पहुंचे. प्रेस कांफ्रेंस में भी योगी का ग़ुस्सा शायद शांत नहीं हुआ था. नोएडा के मिथक को तोड़ने के लिये योगी को बधाई देने के सिलसिले में एक पत्रकार ने कह डाला कि ऐसा नहीं है कि पहले नोएडा में सीएम नहीं आए, आने के बाद दोबारा जीते नहीं हैं. अब देखना होगा आप जीतकर लौट पाएंगे की नहीं.
इतना सुनते ही योगी भड़क गए. उन्होंने पत्रकार से कहा, मैं तो जीतूंगा और वापस आऊंगा, लेकिन शायद आप न मिलो. इसके बाद योगी ने पत्रकारों से गिनकर तीन सवाल लिए और दो का जवाब देकर चल दिए.