सरकार के इस फैसले से राशनकार्ड धारकों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है।
एपीएल राशन कार्डधारकों को सब्सिडी देने के लिए मुखिया के खाते खुलवाने की प्रक्रिया शुरू करा दी गई है। इसके लिए फार्म भरवाने शुरू कर दिए गए हैं। अंत्योदय राशन कार्डों को राज्य खाद्य योजना के तहत डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) से जोड़ते हुए सब्सिडी सीधे पात्र व्यक्तियों के खातों में देने का प्रावधान नवंबर से लागू कर दिया है।
योजना के तहत प्रत्येक राशन कार्ड धारक के खाते में 185 रुपये आएंगे। सब्सिडी आने के बाद कार्डधारक खुले बाजार से खाद्यान्न खरीद सकता है। इसके लिए कार्ड धारकों के बैंक खाते खुलवाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घर के मुखिया को फार्म आवंटित कर खाता संख्या के साथ अन्य डिटेल मांगी गई है।
पहले चरण में प्रत्येक राशन कार्ड पर पांच किलो गेहूं मिलना था। जबकि चावल दस किलो के बजाय ढाई किलो ही मिलना था। शेष साढे़ सात किलो चावल की सब्सिडी खाते में आनी है। लेकिन इस बार विभाग ने एपीएल को केवल पांच किलो गेहूं ही आवंटित किए हैं। जबकि चावल का एक भी दाना नहीं आया।
राशन कार्डों पर दीपावली पर चीनी मिलने की उम्मीद थी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अंतोदय राशन कार्ड धारकों को अगस्त, सितंबर और अक्तूबर की प्रति राशन कार्ड एक किलो चीनी मिलनी थी। अब दीपावली गुजरे 23 दिन हो गए, लेकिन चीनी नहीं मिल सकी है।
एपीएल राशन कार्ड धारकों के खाते में चावल की कीमत के बराबर सब्सिडी मिलेगी, जिसके लिए खाते खुलवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अंतोदय कार्ड धारकों के लिए कुछ तहसीलों में चीनी आ गई है, हरिद्वार की चीनी भी शीघ्र आने की उम्मीद है।