बसपा सुप्रीमो ने मुस्लिम महिलाओं से संबंधित तीन तलाक विधेयक को कई कमियों वाला बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के अड़ियल रवैये से अगर यह विधेयक मौजूदा स्वरूप में पारित होकर कानून बनता है तो इससे मुस्लिम महिलाएं दोहरे अत्याचार का शिकार होंगी। उन्होंने कहा कि तीन तलाक पर प्रतिबंध से जुड़े कानून बनाने पर बीएसपी सहमत है, लेकिन विधेयक में सजा का प्रावधान कई नई समस्याएं पैदा करेगा। केंद्र सरकार को पहले कमियों पर खुले मन से विचार करना चाहिए।इसीलिए विधेयक को राज्यसभा की प्रवर समिति को भेजने की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि कानून को लेकर जल्दबाजी चूक नहीं, बल्कि सरकार की नीयत में खोट दिखाती है।
मायावती ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अपनी मुस्लिम-विरोधी नीति से पूरे समाज को उद्वेलित करना चाहती है ताकि यह मामला भी हिंदू-मुस्लिम बने और वे राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ की रोटी सेंक सके।