समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की मानसिकता किसान विरोधी है। किसानों की कीमत पर पूंजी-घरानों का पोषण हो रहा है। गन्ना किसानों का सहकारी चीनी मिलों पर अरबों रुपये बकाया है। खीरी की ही चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 13 अरब रुपये बकाया है। भाजपा सरकार लगातार बकाया राशि के बारे में झूठ बोल रही है।
सपा अध्यक्ष ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि 14 दिन में गन्ने का भुगतान का दम भरने वाली भाजपा सरकार यह क्यों नहीं बताती कि किसानों का अब तक भुगतान क्यों नहीं हुआ? खीरी जिले में दो सहकारी और सात निजी क्षेत्र की चीनी मिले हैं। रूहेलखंड के बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर जिलों में चीनी मिलों पर करोड़ों रुपये बकाया है। किसान बदहाली के शिकार हैं। भाजपा सरकार के कर्जमाफी के झूठे दावों तले दबे किसानों की जाने जा रही हैं।
बरेली के नवाबगंज के गांव कुंवरपुर में तुलसी पट्टी में रहने वाले 70 वर्षीय किसान फकीर चंद के पास खेती की थोड़ी जमीन है जिस पर उन्होंने वर्ष 2008 में पंपसेट लगाने के लिए 40 हजार रुपये का कर्ज लिया था। इस कर्ज पर चार गुना ब्याज 1.80 लाख रुपये की मांग पर बुजुर्ग के होश उड़ गए और मिनटों में उनके प्राण निकल गए।
भाजपा की पूंजीपति परस्त नीति के चलते ही इस वर्ष गेहूं की फसल की बिक्री क्रय केंद्रों पर नहीं हुई। पांच बड़ी कंपनियों ने किसानों से औने पौने दाम पर गेहूं खरीद लिया है। अब कंपनियां अपना मुनाफा कमाने के लिए महंगे दामों पर आटा बाजार में बेचेंगी। इससे आम आदमी प्रभावित होगा।
बता दें कि इससे पहले अखिलेश ने योगी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश अपराध का अड्डा बन गया है। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। लूट-पाट, हिंंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पुलिस प्रशासन के साए में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। प्रदेश की जनता असुरक्षित महसूस कर रही है जबकि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अखिलेश ने अपने बयान में कहा कि छिनैती, अपहरण और रंगदारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।