इंदौर: अमूमन सास के खिलाफ घरेलू हिंसा के केस दर्ज होते हैं, पर यहां मामला उलटा है। सास की शिकायत पर जिला कोर्ट ने बहू व उसके भाई के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज किया है।
सास ने आरोप लगाया कि छह साल पहले हुई शादी के बाद बहू पति के मानसिक रोगी होने पर मायके चली गई। फिर पति की सेवा के बहाने लौटी और चार लाख का सोना व 40 हजार रुपए लेकर चली गई। पीड़ित सास कालानी नगर की मीना पति नरेंद्र वर्मा हैं, जबकि आरोपी बहू सुनीता और उसका भाई प्रशांत सोनी निवासी विदिशा है। पीड़िता की ओर से एडवोकेट केके कुन्हारे और काशु महंत ने जिला कोर्ट में परिवाद दायर किया।
छह साल पहले हुई थी शादी
उसमें कहा है कि मीना के बेटे तरुण राज वर्मा की शादी जुलाई 2010 में विदिशा की पूर्व पार्षद राधा सोनी की बेटी सुनीता से हुई थी।
दो साल तक बहू का व्यवहार सामान्य रहा। इसी बीच, दिमाग में खून का थक्का जमने से तरुण मानसिक विक्षिप्त हो गया। इस पर बहू 2013 में घर छोड़कर मायके चली गई। 9 अक्टूबर 2016 को वह अचानक ससुराल लौटी और पुरानी बातों पर माफी मांगते हुए पति की सेवा करने की अनुमति मांगी। सास ने भी सब भूलकर उसे घर में रहने दिया। 31 अक्टूबर को बहू ने भाई प्रशांत को विदिशा से बुलाया और सास से कहा- मुझे भाई दूज मनाने मायके जाना है। सास की मंजूरी लेकर बहू दो बैग लेकर चली गई।
पांच दिन बाद अलमारी देखी तो उड़ गए होश
5 नवंबर को सास सबसे छोटे बेटे अरुण राज के साथ जेवर बैंक लॉकर में रखने जाने लगी। उन्होंने बहू के कमरे में अलमारी देखी तो पता चला सोने के जेवर गायब हैं उनके होश उड़ गए। लगभग 120 ग्राम सोना (कीमत चार लाख आठ हजार रुपए), 40 हजार रुपए नकद और शादी का एलबम गायब है। परिवाद में कहा गया कि बहू चुपचाप जेवर और रुपए ले गई, जो वापस दिलवाए जाएं।
कोर्ट ने प्रकरण महिला एवं बाल विकास विभाग के पास भेजकर जांच करवाई तो शिकायत सही पाई गई। इस कोर्ट ने बहू व उसके भाई के खिलाफ घरेलू से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम की धारा 12 में केस दर्ज कर आरोपियों को 21 फरवरी को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया।