एजंसी/टाइम्स ऑफ इंडिया में कल छपी खबर के मुताबिक वकील गौतम का दावा है कि रामवृक्ष यादव पुलिस मुठभेड़ में नहीं मारा गया, क्योंकि घायल अवस्था में उसे पुलिस लाइन में देखा गया था। उसके बाद से वह गायब हो गया। वकील शशिकांत गौतम ने यह भी कहा कि पुलिस ने उन्हें जानबूझ कर रामवृक्ष का शव दिखाने से इनकार कर दिया था।
पुलिस मुठभेड़ में नहीं मारा रामवृक्ष यादव
जबकि रामवृक्ष यादव की बेटी ने वकील तरोनी कुमार गौतम को फोन कर रामवृक्ष यादव के शव की शिनाख्त के लिए भेजा था। बता दें यूपी के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने ट्वीट कर मीडिया को जानकारी दी थी कि मथुरा कांड का मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव की मौत हो चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी रामवृक्ष के मारे जाने का बयान जारी किया है। मथुरा कांड का खलनायक रामवृक्ष यादव के वकील का यह दावा अब चौंकाने के लिए काफी है। हालांकि इस दावे में कितनी सच्चाई है यह कहना बहुत ही मुश्किल है। लेकिन इतना जरूर तय है कि दो पुलिस अधिकारियों की शहादत और 19 लोगों की मौत के बाद भी इस रहस्यमयी कांड की कई परतें खुलना अभी बाकी है।
वहीं दूसरी ओर पुलिस ने रामवृक्ष यादव के शव का अंतिम संस्कार करने से पहले उसका डीएनए टेस्ट कराने की भी जहमत नहीं उठाई इससे साफ पता चलता है कि पुलिस कहीं न कहीं कुछ छिपा रही है।