दरभंगा में हुए हत्याकांड को लेकर बीजेपी जहां दो फाड़ नजर आ रही है, वही अब जेडीयू और बीजेपी नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। एक तरफ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी इस मामले को जमीनी विवाद बता रहे हैं तो वहीं बीजेपी के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय इसे पार्टी से जुड़ा मामला करार दे रहे हैं। गठबंधन के लिहाज से इस नाजुक मौके पर जेडीयू की तरफ से टिप्पणी आई है, जिसे पार्टियों के भीतर छिपी खींचतान बाहर निकलकर आ गई है।
वहीं इस बीच परजिनों ने इस बात से साफ किया है कि यह जमीन विवाद नहीं है बल्कि यह हत्या नरेंद्र मोदी चौक के नाम पर हुई है।
पीड़ित की बहू सुशीला ने कहा कि ‘पुलिस इस मामले में झूठ बोल रही है क्योंकि जो कुछ भी हुआ वह नरेंद्र मोदी चौक के नाम की वजह से हुआ। यहां कोई जमीनी विवाद नहीं था क्योंकि इससे पहले भी इस चौक के नाम को लेकर झड़प के कई मामले सामने आ चुके हैं।
मामला दो परिवारों के बीच आपसी रंजिश
जेडीयू नेता और पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने इस मौके पर दो टूक कह दिया कि वह (गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय) क्या कह रहे हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है। हम अधिकारिक रिपोर्ट के हिसाब से ही जांच करेंगे और रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला दो परिवारों के बीच आपसी रंजिश का है।
वहीं तेजस्वी यादव ने इस पूरे प्रकरण को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के सीएम ही नहीं गृहमंत्री भी है। वो बताए क्या वो गिरिराज सिंह और बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय के पुलिस द्वारा सरकार को गुमराह करने के आरोप को सही ठहराते है? तेजस्वी ने पूछा है कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सरकार का बचाव करते हैं और केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष सरकार पर हमला।क्या है ये?
दोनों ही बीजेपी नेताओं ने सुशील मोदी और बिहार पुलिस के दावों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि एक चौक का नाम मोदी चौक रखा गया था, यह विवाद बढ़ते हुए हत्या तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि एसपी और डीएसपी मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। हम इन पुलिस अधिकारियों की शिकायत सरकार से करेंगे।
बता दें कि दरभंगा में वृद्ध की तलवार से हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इसे जमीन विवाद का नाम दिया था। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी इस बाबत ट्वीट किया था।