लंदन: 22 साल की इस मुस्लिम युवती के मासूम चेहरे के पीछे का सच आपको चौंका देगा। आपको यकीन नहीं होगा पर यह सच है कि सीधी-साधी दिखने वाली यह युवती इंटरनेट पर जहर उगलने में माहिर है। यही नहीं, सोशल मीडिया पर इसके फाॅलोअर्स को आप इसकी इज्जत करते हुए देख सकते हैं। हां, इस इज्जत के पीछे सही-सही वजह बता पाना शायद आसान न होगा। दरअसल, आईएस के हत्यारों की मुरीद बन चुकी यह अातंकी बाला सोशल मीडिया पर न केवल इनके घृणित कार्यों को ‘जिहाद’ बताकर उसकी तारीफ करती है बल्कि किशोरियों और युवतियों को ऐसे तथाकथित ‘जिहादियों’ की बीवी बनकर खुदा की इबादत करने के लिए उकसाती भी है।
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ब्रिटिश मुस्लिम किशोरियों को वह सीरिया जाकर आईएस के लड़ाकों की दुल्हन बनने को उकसाने वाली आईएस की इस दलाल युवती का चेहरे का नकाब उतारा है। खबर के मुताबिक इस युवती ने अपना फर्जी नाम उम्म मुथन्ना अल-ब्रितानिया रखा है। इससे पहले वह फातिमा नाम से सोशल मीडिया पर यही काम कर रही थी। हालांकि लंदन से पढ़ाई कर चुकी इस युवती का असली नाम तूबा गोंदल है।
एक कामयाब बिजनेसमैन की बड़ी बेटी गोंदल हमेशा से ऐसी नहीं थी। उसके जीवन इतिहास के पन्ने पलटने के बाद मालूम हुआ कि कुछ साल पहले काॅलेज छोड़कर गोंदल इस्लामिक स्टेट को प्रमोट करने में लग गई थी। अचानक से गोंदल ने बुर्का पहनना शुरू कर दिया और हाथ में एके-47 रखने लगी। पढ़ाई की दुनिया से बहुत दूर निकल चुकी गोंदल आत्मघाती हमलावर बनने की मुहिम पर निकल पड़ी।
हालांकि अब तक यह साबित नहीं हो पाया है कि पूर्वी लंदन की गोंदल आखिर इस्लामिक स्टेट की प्रशंसक और समर्थक कैसे बन गई? गोंदल के दोस्तों की मानें तो पढ़ाई में बेहद अच्छी गोंदल परीक्षा में हर विषय में टाॅप आती थी। हालांकि हर किसी ने माना कि हमेशा से ही वह विद्रोही स्वभाव की थी। स्कूल की उसकी दोस्तों ने तो यह भी बताया कि वह स्मोक करती थीहालांकि किसी को इस बाबत कोई जानकारी नहीं है कि वह अचानक सीरिया कैसे पहुंच गई?
गोंदल के इयरबुक में उसकी एक तस्वीर मिली, जिसमें उसने हिजाब और इस्लामिक हेडस्कार्फ भी पहन रखा है। हालांकि उसकी दोस्तों का कहना है कि वह भले ही इस्लामिक ड्रेस पहनती थी लेकिन रास्ते में वह हेडस्कार्फ निकाल देती थी। उसके दोस्तों ने यह भी बताया कि अचानक से उसके व्यवहार में आया बदलाव उन्होंने तब महसूस किया जब ट्विटर पर वह लगातार कुरान की आयतें पोस्ट करने लगी। धर्म के बारे में बात करने लगी।
गोंदल की एक पोस्ट पर नजर डालें तो पाएंगे कि वह ब्रिटेन को नापाक बताकर पेरिस आतंकियों की बर्बरता की तारीफ कर रही है। बता दें कि उन दिनों इस्लामिक स्टेट ने ब्रिटेन पर हमला कर तकरीबन 130 लोगों की जान ले ली थी। उसके मुताबिक यह सब अल्लाह के लिए किया जा रहा है।
गोंदल के इस पोस्ट की बदौलत उसमें हुए बदलावों को आसानी से समझा जा सकता है। वह लिखती है, मैं चाहती हूं कि अपनी आंखों से उनकी हत्याएं देखूं। यह कितना खूबसूरत होगा। पिछले साल इसने अपना नाम फातिमा रखा था। वह ब्रिटिश किशोरियों को इंटरनेट के जरिये आईएस ज्वाइन करने के लिए उकसाती है। उसने एक युवती को आईएस में भर्ती होने के लिए अपने रिश्तेदार के पास बुलाया भी था।
महज 16 साल की एक युवती को वह सीरिया बुलाने में लग गई थी। चाहती थी कि किशोरी स्विटरजलैंड से इस्तांबुल होते हुए सीरिया पहुंचे लेकिन गोंदल की इस योजना पर पानी फिर गया क्योंकि वह एक रिपोर्टर थी। अखबार ने इस मामले में पुलिस को अलर्ट भी कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने गोंदल के रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर लिया।