लोकसभा चुनाव की आहट शुरू होने से पहले प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले करोड़ों कर्मचारियों को राहत देने की बात हुई थी. ये राहत ग्रेच्युटी के भुगतान के संबंध में थी. उस समय सूत्रों ने दावा किया था कि सरकार ग्रेच्युटी की समय सीमा 5 साल से घटाकर 3 साल करने की तैयारी कर रही है. कर्मचारी संगठनों को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक सरकार की तरफ से यह पहल की जा सकती है. ऐसा होने पर करोड़ों कर्मचारियों को सीधे तौर पर इसका फायदा मिलेगा.
पांच साल नौकरी पर मिलती है ग्रेच्युटी
मौजूदा समय में किसी भी कंपनी में पांच साल तक नौकरी करने पर उसके कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का फायदा मिलता है. लेकिन यदि नया नियम जारी होता है तो इसके तहत ग्रेच्युटी का फायदा तीन साल में मिलेगा. हालांकि कर्मचारी यूनियनों की तरफ से हमेशा ही ग्रेच्युटी की समय सीमा पांच साल से घटाकर एक साल करने की मांग की जाती रही है. ग्रेच्युटी पर समय-समय पर चर्चा होती रहती है, इस सबके बीच आपके मन में भी यही सवाल होगा कि आखिर ग्रेच्युटी क्या है और नियुक्ता की तरफ से इसकी गणना किस आधार पर की जाती है. आगे समझिये ग्रेच्युटी का पूरा गणित.
ग्रेच्युटी की गणना का सिंपल फंडा
ग्रेच्युटी की गणना करना ज्यादा मुश्किल नहीं है. चुकि ग्रेच्युटी का भुगतान नियोक्ता कंपनी की तरफ से हर पांच साल पर किया जाता है. ऐसे में 5 साल की सर्विस के बाद सर्विस के दौरान हर साल के बदले अंतिम महीने के बेसिक वेतन और महंगाई भत्ते को जोड़कर उसे पहले 15 से गुणा किया जाता है. इसके बाद सर्विस में कुल साल और इसके बाद हासिल होने वाली रकम को 26 से भाग देने पर आपकी कुल ग्रेच्युटी की रकम आ जाती है. एक लाइन में यदि आप ग्रेच्युटी निकालने का फॉर्मूला जानना चाहते हैं तो [(अंतिम महीने की बेसिक पे + महंगाई भत्ता) x 15 x सर्विस में दिए गए साल] / 26 से आप ग्रेच्युटी की गणना कर सकते हैं.
आपकी जेब में आएगी इतनी ग्रेच्युटी
उदाहरण के लिए आपने किसी संस्थान में 5 साल 2 महीने नौकरी की तो आपकी पांच साल नौकरी मानी जाएगी. इस दौरान आपकी अंतिम बेसिक पे 25 हजार रुपये है. माना इस पर आपको 15 हजार का महंगाई भत्ता मिलता है. ग्रेच्युटी निकालने के लिए आप पहले 25 हजार और 15 हजार का जोड़ निकालिए. इसे जोड़ने पर आंकड़ा 40 हजार आया. अब इस रकम को 15 से गुणा करने पर कुल रकम 6 लाख आई. इसमें अब आप अपनी सर्विस के कुल साल यानी 5 से गुणा कीजिए. 600000 को 5 से गुणा करने पर 3000000 की रकम आई. आखिर में इसे 26 से भाग कर दीजिए. भाग करने पर 1,15,385 रुपये की रकम आई. यही आपकी असल ग्रेच्युटी है, जो कंपनी छोड़ने पर आपको मिलेगी.
क्या है ग्रेच्युटी
ग्रेच्युटी कर्मचारी के वेतन यानी सैलरी का वह हिस्सा है, जो कंपनी या आपका नियोक्ता, यानी एम्प्लॉयर आपकी सालों की सेवाओं के बदले देता है. ग्रेच्युटी वह लाभकारी योजना है, जो रिटायरमेंट लाभों का हिस्सा है और नौकरी छोड़ने या खत्म हो जाने पर कर्मचारी को नियोक्ता द्वारा दिया जाता है.