केरल के वायनाड जिले की रहने वाली श्रीधन्या (22) ने सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 410 वीं रैंक हासिल की है. श्रीधन्या सुरेश केरल की पहली ऐसी महिला आदिवासी बन गई हैं जिसने अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा पास की हो. उनकी इस उपलब्धि पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बधाई दी. साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वायनाड की आदिवासी लड़की के सिविल सेवा परीक्षा में चयनित होने पर उसे बधाई दी है. बता दें कि राहुल गांधी इस बार अमेठी के साथ वायनाड से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
बता दें कि केरल के वायनाड जिले की रहने वाली श्रीधन्या (22) ने सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 410 वीं रैंक हासिल की है. परीक्षा में शीर्ष रैंक पाने वाले अन्य केरलवासियों में आर श्रीलक्ष्मी (रैंक 29), रंजना मैरी वर्गीस (रैंक 49) और अर्जुन मोहन (रैंक 66) हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि श्रीधन्या सुरेश सिविल सेवा में चयनित होने वाली वायनाड की पहली आदिवासी लड़की हैं. उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उनके सपने को सच किया. उन्होंने कहा कि मैं श्रीधन्या एवं उनके परिवार को बधाई देता हूँ और करियर में उनकी अपार सफलता की कामना करता हूं.
केरल के सीएम ने दी बधाई
उधर, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि श्रीधन्या ने सामाजिक पिछड़ेपन का मुकाबला किया और पूरे जज्बे के साथ सिविल सेवा परीक्षा को उत्तीर्ण किया. उनकी उपलब्धि भविष्य में अन्य छात्रों को प्रेरित करेगी. इसके साथ मुख्यमंत्री ने परीक्षा पास करने वाले राज्य के अन्य परीक्षार्थियों को भी बधाई दी. केरल के कुल 29 छात्रों ने इस साल सिविल सेवा परीक्षा उतीर्ण की.
आने वाली पीढि़यों की बाधाएं करूंगी दूर: श्रीधन्या
उधर, श्रीधन्या सुरेश ने मीडिया से कहा कि मैं राज्य के सबसे पिछड़े जिले से हूँ. यहाँ से कोई आदिवासी आईएएस अधिकारी नहीं हैं, जबकि यहाँ पर बहुत बड़ी जनजातीय आबादी है. मुझे आशा है कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए सभी बाधाओं को दूर करने में एक प्रेरणा का काम करेगी.