भारतीय लड़के वर्जिनिटी को लेकर इतना सोचते हैं कि उनके लिए ये जीने-मरने का सवाल बन जाता है। इसलिए हम आपको बता रहे हैं कि वर्जिंस के कितने प्रकार होते हैं। जैसे-जैसे हमारा देश सेक्स को लेकर लिबरल हो रहा है,आपकी वर्जिनिटी के कई लेवल्स बन गए हैं। कोई सती-सावित्री टाइप वर्जिन होती है तो कोई झूठ-मूठ की वर्जिन होने का दावा करती है।
1950-60 के दशक की तरह, सुपर डुपर वर्जिंस किसी के छूने से भी घबरा जाती हैं। वो सेक्स को लेकर इतनी डरी हुई होती हैं, या दिखाती हैं जैसे मौत ही आ जाएगी। ऐसी वर्जिंस ने कभी किसी मर्द को किस तक नहीं किया होता है, खुद को सैटिस्फाई करने की बात तो छोड़ ही दीजिए। अगर आप भी ऐसी ही किसी लड़की को डेट कर रहे हैं जिसने आपको कभी ढंग से छूने तक ना दिया हो तो इंतजार कीजिए, शादी तक का इंतजार।
आपकी गर्लफ्रेंड वर्जिन है या नहीं.
ऐसी वर्जिंस के पहले कई ब्वॉयफ्रेंड्स रह चुके होते हैं लेकिन वो उन्हें सेक्स का मजा चखने नहीं देती। मगर वो अपने BF के साथ किसिंग और कडलिंग में इंवॉल्व हो चुकी होती हैं। कुछ लड़के जो मौके का पूरा फायदा उठाने में उस्ताद होते हैं, वो उनके ब्रेस्ट्स को छूने का मौका भी पा जाते हैं। तो अगर आप लंबे समय तक एक केयरिंग ब्वॉयफ्रेंड बने रह सकते हैं, तो आपको इस इंतजार का फायदा मिल सकता है।
ये वो वर्जिंस होती हैं जिन्होंने पेनेट्रेशन छोड़कर बाकी सबकुछ ट्राई कर रखा होता है। अपने ब्वॉयफ्रेंड को ब्लोजॉब देने से लेकर फिंगरिंग तक का मजा उठा चुकाने के बाद ऐसी वर्जिंस पहली बार पेनेट्रेशन पर ब्लीड कर सकती हैं लेकिन क्या उन्हें वर्जिंस की कैटेगरी में रखा जाना चाहिए। अब फैसला आपको करना है कि जो वर्जिन बेड पर प्रोफेशनल की तरह आपको चौंका सकती हैं, उन्हें आप वर्जिन कंसीडर करेंगे या नहीं।
कुछ लड़कियां ऐसी भी होती हैं जिनकी वैजाइना कुछ समय तक सेक्स ना करने पर नॉर्मल साइज में लौट आती हैं। तो अगर ऐसी लड़कियां रेगुलर इंटरकोर्स ना करें तो वर्जिनिटी टेस्ट में आसानी से पास हो जाती हैं। ऐसा कोई तरीका नहीं जिससे आप पता लगा सकेँ कि कोई लड़की वर्जिन है या वर्जिन होने का दिखावा कर रही है।