ये जो खिखियाकर पब्लिक में हंस देते हो ना. व्हाट्सएप के जोक पर सारे दोस्तों के साथ मिलकर. एक साथ. बहुत जोर से. संभल जाओ. खतरनाक हो सकता है. हंसने के चक्कर में तुमको कोई गोली ना मार दे.
रांची में एक बालक रहता है राजेश कुमार. एमबीए फाइनल में पढ़ रहा है. फ्राइडे को रात में अपने दोस्तों के साथ खाना खाने बाहर गया था. वहीं उसके व्हाट्सएप पर कोई जोक आया. राजेश ने अपने दोस्तों को भी पढ़ाया. वो जोक्स के लास्ट में लिखा होता है ना. अकेले मत हंसो. आगे फॉरवर्ड करो. ताकि दोस्त भी सब हंस सकें. इसीलिए. सारे दोस्त हंसने लगे.
लेकिन राजेश और उसके दोस्तों के पास वाले टेबल पर 2 और लोग बैठे थे. गुंडे टाइप के. उनको लगा ये लड़के उनका मज़ाक उड़ा रहे हैं. इसलिए इत्ता हंस रहे हैं. तो वो दोनों गुंडे टाइप के लोग राजेश और उसके दोस्तों पर चिल्लाने लगे. ‘हमारा मज़ाक उड़ा रहे हो.’ बस इत्ती सी बात पर एक गुंडे ने राजेश की तरफ दो गोलियां चला दीं. लेकिन एक ही गोली राजेश की बॉडी पर लगी.
राजेश को रांची के RIMS हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया. फिलहाल गोली तो निकाल दी गई है. लेकिन अभी भी उसकी कंडीशन सीरियस है.