प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इलाज महंगा हो गया है। शासन ने कैबिनेट के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी और भर्ती शुल्क में की गई बढ़ोतरी को लेकर लिए गए निर्णय के मुताबिक शासनादेश जारी कर दिया है। दरों में बढ़ोतरी का असर गैर अटल आयुष्मान धारकों और प्रदेश में इलाज के लिए बाहर से आने वाले लोगों पर अधिक पड़ेगा। अटल आयुष्मान कार्डधारकों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इसकी वजह पांच लाख तक इलाज मुफ्त होना है।
आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को भी ओपीडी शुल्क के लिए कुछ ज्यादा राशि खर्च करनी होगी। अटल आयुष्मान कार्डधारकों को जिला अस्पताल में ओपीडी फीस के रूप में 30 रुपये देने होंगे। वहीं, गैर अटल आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए यह शुल्क 60 रुपये हो गया है। मंगलवार को अवकाश होने के कारण स्वास्थ्य मुख्यालय को बुधवार को नई दरें प्राप्त हो जाएंगी। इसके साथ ही प्रदेश में इसके लागू होने का रास्ता साफ हो गया है।
कैबिनेट की अगस्त माह के अंत में हुई बैठक में इलाज की दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया था। अब इसका शासनादेश जारी कर दिया गया है। शासनादेश के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अटल आयुष्मान कार्डधारकों का पंजीकरण शुल्क 11 रुपये से बढ़ाकर 15 रुपये, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पंजीकरण शुल्क 12 रुपये से 20 रुपये और नगरीय क्षेत्रों में 23 रुपये से 30 रुपये किया गया है। गैर अटल आयुष्मान मरीजों के लिए यह शुल्क क्रमश: 30, 40 और 60 रुपये होगा।