दक्षिणी यमन के अदन शहर में रविवार को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आत्मघाती हमले में कम से कम 52 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 63 लोग घायल हो गए। यमन में सुरक्षा बलों पर यह ताजा आतंकी हमला है। सैन्य अधिकारियों और चिकित्सकों ने बताया कि घायलों में सैन्यकर्मी भी शामिल हैं। ये सभी सैन्यकर्मी पूर्वोत्तर अदन स्थित सैन्य ठिकाने के बाहर सैलरी निकालने के लिए लाइन में लगे थे, तभी हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। अधिकारियों के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चलता है कि हमलावर विस्फोटक जैकेट पहनने हुए था। आत्मघाती हमलावर की पहचान अबू हाशिम अल-रदफानी के रूप में हुई है। वह एक तस्वीर में आईएस के दूसरे आतंकियों के साथ नजर आ रहा है। अदन के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अब्देल नसीर अल-वाली के मुताबिक आईएस के इस ताजा फिदायीन हमले में 52 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई, जबकि 63 लोग घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। ऐसे में मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। अल-सालबन बेस के करीब अल-अरिश जिले के कर्नल नसीर सरिया ने बताया कि अदन में विशेष सुरक्षा बल के मुख्यालय के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने सैनिकों के बीच में खुद को उड़ा दिया। उनका कहना है कि हमलावर ने सैनिकों के एक जगह पर जमा होने का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया। तस्वीरों में घटनास्थल पर रेतीली जमीन पर खून नजर आ रहा है।
सैनिकों के जूते भी इधर-उधर बिखरे दिखाई दे रहे हैं। वहीं, आईएस ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने हमले में 70 लोगों को मौत के घाट उतारने का दावा किया है। इससे आठ दिन पहले आईएस ने अल-सालबन में हमला किया था, जिसमें 48 सैनिकों की जान चली गई थी और 29 लोग घायल हो गए थे।
सैनिकों के जूते भी इधर-उधर बिखरे दिखाई दे रहे हैं। वहीं, आईएस ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने हमले में 70 लोगों को मौत के घाट उतारने का दावा किया है। इससे आठ दिन पहले आईएस ने अल-सालबन में हमला किया था, जिसमें 48 सैनिकों की जान चली गई थी और 29 लोग घायल हो गए थे।