बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से हटाने का भी ऐलान किया है. शनिवार को लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमे पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मायावती ने यह ऐलान किया. मायावती ने आनंद कुमार को पद से हटाने के बाद उन्हें हटाने की वजह भी बताई.
उन्होंने कहा कि ‘लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के कामकाज को देखने के लिए आनंद कुमार को उपाध्यक्ष बनाया था, लेकिन हमारी पार्टी के भीतर भी कांग्रेस की तरह परिवारवाद की चर्चा शुरू हो गई थी. लोगों ने आनंद कुमार की तर्ज पर अपने नाते रिश्तेदारों को रखने की सिफारिश शुरू कर दी थी.’ मायावती ने बताया कि ऐसे में पार्टी को मूवमेंट से डिगता देख आनंद कुमार ने खुद ही पद छोड़ने की इच्छा जताई जिसे मैंने स्वीकार कर लिया और अब वह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नहीं रहेंगे.’
उन्होंने कहा कि बसपा में आगे से किसी प्रकार का परिवारवाद नहीं चलेगा, उन्होंने कहा कि मेरे बाद भी जो भी व्यक्ति ‘राष्ट्रीय अध्यक्ष’ बनाया जायेगा तो भी उसके परिवार के किसी भी नजदीकी सदस्य को पार्टी संगठन में किसी भी स्तर के पद पर नहीं रखा जाएगा, उसे पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में ही कार्य करना होगा. गौरतलब है कि आनंद कुमार पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हुए हैं.