देशभर में आज रामनवमी धूमधाम से मनाई जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर रामनवमी की बधाई देते हुए कहा रामनवमी के पावन-पुनीत अवसर पर समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि भगवान राम का जीवन हर युग में मानवता के लिए प्रेरणा हैं।
देशभर में आज रामनवमी मनाई जा रही है। रामनवमी का पर्व आज देशभर में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। आज ही के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। रामनवमी चैत्र मास के नौवें दिन मनाई जाती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इस अवसर पर लोगों को बधाई दी है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने भी लोगों को बधाई दी है।
रामनवमी के अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु ने दी बधाई
राष्ट्रपति मुर्मु ने ट्वीट कर रामनवमी की बधाई दी और कहा कि ‘राम नवमी पर सभी देशवासियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के चरित से त्याग व सेवा का अमूल्य संदेश मिलता है। सभी देशवासी, प्रभु राम के उच्च आदर्शों को आचरण में ढालें और एक गौरवशाली भारत के निर्माण के लिए स्वयं को समर्पित करें, ऐसी मेरी मंगलकामना है।’
उन्होंने लोगों से भगवान राम के आदर्शों को आत्मसात करने और भारत को एक गौरवशाली राष्ट्र बनाने में स्वयं को समर्पित करने का आग्रह किया।
रामनवमी पर PM मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ट्वीट कर रामनवमी के शुभ अवसर पर लोगों को बधाई दी और कहा कि भगवान राम का जीवन हर युग में मानवता के लिए प्रेरणा हैं।
मोदी ने उनकी जयंती के अवसर पर मनाए जाने वाले त्योहार के अवसर पर ट्वीट किया, ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ भगवान राम का जीवन त्याग, तपस्या, संयम और संकल्प पर आधारित था।’
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया कि सभी को रामनवमी के महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। मर्यादा पुरुषोतम प्रभु श्रीराम ने धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने के साथ विकट परिस्थितियों में भी धैर्य और सभी के लिए एक समान दयालुता के भाव की शिक्षा पूरे मानव जगत को दी। प्रभु श्रीराम सभी पर अपनी कृपा बनाये। जय श्रीराम!
रामनवमी का पर्व आज देशभर में धार्मिक श्रद्धा और उल्लास से मनाया जा रहा है। यह पर्व भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार रामनवमी चैत्र मास के नौवें दिन मनाई जाती है। रामनवमी से पहले नौ दिन के नवरात्र व्रत रखे जाते हैं। रामनवमी के अवसर पर भक्तों ने राम लला मंदिर में पूजा अर्चना की और सरयू नदी में श्रद्धालुओं ने पावन स्नान किया।