लाहौर। पाकिस्तान को पांच दोस्त देश मिल गए हैं। इन सभी ने मिलकर एक नए कॉरिडोर में जान फूंकने की तैयारी कर ली है। इस कॉरिडोर के जरिए पूरे एशिया और गल्फ देशों में व्यापार हो सकेगा। इस कॉरिडोर का नया सूत्रधार पाकिस्तान होगा। पाकिस्तानी अखबार डॉन के ऑनलाइन वर्जन के मुताबिक शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इसका खुला ऐलान किया। एक कांफ्रेंस में उन्होंने लापिस-लजूली कॉरिडोर पर बात की और इसके लिए अश्गाबत समझौते पर साइन करने का भरोसा भी दिलाया। माना जा रहा है कि पाकिस्तान का पंजा एशिया में ताकत बन कर उभर रहे चीन और भारत पर भारी पड़ेगा।
पाकिस्तान का पंजा
बता दें कि लापिस-लजूली कॉरिडोर चीन और पाकिस्तान के इकोनॉमिक कोरिडोर (सीपीईसी) से भी बड़ा प्रोजेक्ट है। अगर यह सफल रहा तो एशिया पर न भारत का राज रहेगा और न ही पाकिस्तान के चीन का।
कांफ्रेंस में शरीफ ने बताया कि इस कॉरिडोर के लिए ओमान, र्इरान, तुर्कमेनिस्तान, उजबेकिस्तान और कजाखिस्तान आगे आए हैं। यह कॉरिडोर अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए बनाया जाएगा। इसके जरिए मध्य एशिया और गल्फ देशों तक रसद पहुंचाई जा सकेगी।
इस कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान की पहुंच इन पांच देशों के अलावा अफगानिस्तान, जॉर्जिया और तुर्की तक होगी। एक झटके में पाकिस्तान का व्यापार कई सौ गुना बढ़ जाएगा। इस समझौते के बारे पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने कहा है कि यह ऐतिहासिक होगा। इससे पाकिस्तान की तस्वीर बदल जाएगी। एशियाई क्षेत्र में दबदबा बढ़ेगा।
उन्होंने सीपीईसी का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह चीन हमारा साथ दे रहा है, उसी तरह इन देशों से भी हमारा व्यापार तेजी से बढ़ेगा। पाकिस्तान की तरक्की का नया रास्ता बनेगा।
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