माँ न जाने कितना दर्द सहन कर बच्चे को जन्म देती है और उसका पालन-पोषण करती है. वैसे भी कहा जाता है कि मां के प्यार और बाप के दुलार से ही बच्चा बड़ा होता है. आपने भी देखा होगा कि जब किसी दम्पति का पहला बच्चा हो तो पूरे परिवार में खुशियों की लहर दौड़ जाती है। लेकिन जरा उस दौर की कल्पना कीजिये जब एक बाप ही अपने बचे की मौत का वजह बन जाये. आपको ये ईब बेबुनियादी कहानी लग रहा होगा पर ये बिल्कुल सच्ची घटना है. कुछ ही दिनों पहले एक ऐसी ही घटना हुई जब पति ने अपनी मां बनने जा रही पत्नी के पेट पर लात से वार किया. जिसके बाद पत्नी दर्द से कराहने लगी और स्थिति बिगड़ने के बाद उसका बच्चा गिर गया यानी गर्भपात हो जाने से बच्चे की मौत हो गई. लेकिन उस औरत ने भी मन बना लिया कि अब वह अपने पति से इंतकाम लेकर रहेगी, चलिये एक बार जानते हैं इस बहादुर महिला की आप बीति…
दहेज के लिए रोज पीटते थे
यह अमानवीय घटना कानपुर जिले का है जहां कुछ ही साल पहले अंजली और सुमित की शादी करवाई गई थी. इस शादी से दोनो को प्रसन्नता हुई. परंतु आप तो जानते ही हैं ससुराल वालों का कभी पेट नही भरता और वो लोग दहेज की मांग करने लगे. अपना बच्चा खोने वाली अंजली बताती है कि जबसे वह अपने ससुराल गई थी रोज जेठानी और जेठ उसके पति को दहेज के लिए भड़काते थे|
1 माह से गर्भवती रही अंजली बेहोश होकर गिर पड़ी
आखिरकार सुमित उनकी बातों में आ गया और रोज अंजली के साथ बुरा सुलूक करने लगा. इन सब दुखों को सहने की हालत में उसने पुलिस से मदद की गुहार लगाई. रिपोर्ट दर्ज कराते समय अंजली बताती है कि एक दिन देवर, जेठ और जेठानी उसे बुरी तरह पीटने लगे और इसी मार-पीट में पति भी घुस आया. लड़ाई छुड़ाने की बजाय पति ने अपनी ही पत्नी के पेट पर जोर से लात मारा जिसके बाद लगभग 1 माह से गर्भवती रही अंजली बेहोश होकर गिर पड़ी. दरअसल चोट सीधा उसके गर्भाशय पर पड़ा, आगे जानिए क्या हुआ अंजली के साथ|
1 महीने तक हॉस्पिटल में रही भर्ती
जानकारी के मुताबिक उस झगड़े के बाद अंजली के पेट मे हर वक़्त दर्द रहता था तब उसे गर्भवती हुए मात्र 1 महीना हुआ था. 7 महीना बिट जाने पर दर्द और भी गहरा होने लगा जिसके बाद ससुराल वालों ने हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया. डॉक्टर्स भी इस केस को देखकर अचंभित थे. उनका कहना है कि लगभग 1 महीने तक अंजली इसी तरह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी लेकिन अंत मे उसकी होने वाली बच्ची की मौत हो गयी क्योंकि पेट पर जोर से मार पड़ने से बच्चा तब ही मर गया था|
अंजली ने लिया दुर्गा का अवतार
अंजली का सिर्फ एक ही सहारा था उसका होने वाला बच्चा पर उन दरिंदों ने उसे भी मार दिया. डॉक्टर्स के सामने ही अंजली ने ऐसा बोला की ‛उन दरिंदो को मुझे प्रताड़ित करके जी नही भरा जो मेरे होने वाले बच्चे को भी मार डाला, मै इसका बदला लेकर रहूंगी’ इसके बाद अंजली ने सीधा नजदीकी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई और अपने बच्चे के मौत का जिम्मेदार पति, जेठ, जेठानी और देवर को ठहराया. पुलिस उनकी खोज में जुट गई है जैसा कि अंजली के पिता बताते हैं कि जैसे ही उन हत्यारों ने बच्चे के मृत होने की घटना सुनी तो हॉस्पिटल से ही फरार हो गए. अगर वो लोग अपनी बहू को प्रताड़ित नही करते तो आज उस घर मे भी बच्चों की किलकारियां गूंज रही होती|
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