दालचीनी का पौधा भले ही कितना छोटा हो मगर वह बहुत फायदेमंद होता है. दालचीनी की सूखी पत्तियां और छाल मसालों के रूप में इस्तेमाल की जाती है. इसकी छाल थोड़ी मोटी, चिकनी और हल्के भूरे रंग की होती है. दालचीनी मोटापा कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों को भी दूर करता है. यह रक्तशोधक भी है.
दालचीनी सिर्फ एक मसाला ही नहीं बल्कि औषधि भी है. यह खाने में जायका बढ़ाने के साथ कई बीमारियों को समाधान करती है. इसके बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ है, किन्तु यह नुकसान भी करती है. प्रेग्नेंसी में महिलाओं को दालचीनी के सेवन से पेट दर्द और अपच की समस्या शुरू हो जाती है, यह यूटेरस में संकुचन पैदा कर सकता है. बहुत अधिक मात्रा में दालचीनी के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है, इससे आपको सुस्ती और नींद आती है.
आप चाय या कॉफी में सीलोन दालचीनी छाल तेल के 2-3 से अधिक बूंदें ना डालें. दालचीनी आपके ब्लड को पतला कर सकती है, मगर यह बिलकुल सच नहीं है, यदि आप ब्लड को पतला करने की दवा ले रहे है तो आपको कैसिया दालचीनी के बजाय सीलोन दालचीनी लेनी चाहिए. दालचीनी के तेल को बिना कुछ मिलाए सीधे स्किन पर लगाने से जलन पैदा हो सकती है.