चाणक्य की चाणक्य नीति कहती कि जीवन की सफलता श्रेष्ठ गुणों पर ही निर्भर करती है. गलत आदतों के कारण यदि सफलता प्राप्त हो भी जाए तो वो अधिक समय तक नहीं रहती है. स्थाई सफलता के लिए अच्छी आदतों को अपनाना ही होगा. इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. आचार्य चाणक्य को विभिन्न विषयों का ज्ञान था. अर्थशास्त्र जैसे महत्वपूर्ण विषय के आचार्य चाणक्य मर्मज्ञ थे. चाणक्य का मानना था कि धन की देवी लक्ष्मी अपना आशीर्वाद हर किसी को प्रदान नहीं करती हैं. लक्ष्मी जी का आशीर्वाद उसी व्यक्ति को मिलता है, जो कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखता है. ये बातें क्या हैं, आइए जानते हैं-
शिक्षा (Education)- चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति की सफलता शिक्षा और ज्ञान में ही निहित है. जो व्यक्ति शिक्षा के प्रति गंभीर रहता है, उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है. शिक्षा के जरिए व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है. इसलिए सफलता प्राप्त करनी है तो अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए हर त्याग और प्रयास करना चाहिए.
चिंतन (Concerns)- चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को चिंतनशील होना चाहिए. जो व्यक्ति अपने आसपास मौजूद चीजों पर चिंतन और मनन करना चाहिए. चिंतन व्यक्ति को मौलिकता प्रदान करती है. मौलिकता ही व्यक्ति को दूसरों से अलग करती है. इसलिए चिंतन करना चाहिए.
विनम्रता (Humility)- चाणक्य के अनुसार व्यक्ति का सबसे सुंदर गुण विनम्रता है. इसका त्याग कभी नहीं करना चाहिए. विनम्रता लक्ष्मी जी को भी प्रभावित करती है. जो विनम्र होते हैं वे सभी के प्रिय होते हैं. ऐसे लोगों को हर स्थान पर सम्मान प्राप्त होता है. लक्ष्मी जी का आशीर्वाद ऐसे लोगों पर सदैव बना रहता है. इनके जीवन में वैभव की भी कोई कमी नहीं रहती है.