नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (NEEPCO) में अपना नाम घसीटे जाने पर केंद्रीय राज्य मंत्री किरेन रिजिजु ने विरोधियों पर पलटवार किया है। रिजिजु ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी ने बदमाशी करके खबर प्लांट की है। मैंने लेटर लिखा है पर उसमें ऐसा कुछ नहीं है। ये नॉन इश्यू है। किसने ये खबर प्लांट की है? जो लोग भी हैं वो हमारे उधर (अरुणाचल) आएंगे तो जूते खाएंगे। लोगों की मदद करना क्या करप्शन है?
वहीं, कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश में नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (NEEPCO) में कथित 450 करोड़ रुपये के घोटाले में राज्य मंत्री किरण रिजिजू की भूमिका संदेह में होने का आरोप लगाया और स्वतंत्र जांच पूरी होने तक उनको हटाने की मांग की। आज कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि प्रधानमंत्री का पारदर्शिता का दावा अब सवालों के घेरे में, लोग यह देख रहे हैं कि वह अरुणाचल घोटाले में क्या कदम उठाते हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि घोटाले के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है। पहले नारा था, न खाऊंगा न खाने दूंगा, अब नारा है, खाओ पीओ ऐश करो।
वहीं रिजिजु ने कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस के बाद कांग्रेस से झूठे आरोप लगाने के लिए माफी की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट में पेमेंट कांग्रेस के वक्त हुई थी, तो मैं जिम्मेदार कैसे?
ये है मामला
एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नीप्को के चीफ विजिलेंस ऑफिसर ने 129 पेज की रिपोर्ट में किरेन रिजिजु, उनके भाई गोबोई रिजिजु, पावर प्रोजेक्ट से जुड़े कई अधिकारियों, चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर का नाम शामिल किया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि अरुणाचल में 600 मेगावाट के कामेंग हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के तहत दो डैम बनाने में भ्रष्टाचार हुआ है।